What is Credit Card in Hindi | क्रेडिट कार्ड क्या होता है व इसके प्रकार

By | February 18, 2023

हैलो आप सभी का इस Tech Karya ब्लॉग पर स्वागत है। दोस्तों क्या आपको पता है, क्रेडिट कार्ड क्या होता है (What is credit card in hindi) क्रेडिट कार्ड उपयोग करने के नियम एवं शर्तें, इसे कैसे आवेदन करे, क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड में अंतर, इसके फायदे और नुकसान इत्यादि। आज इस पोस्ट के माध्यम से क्रेडिट कार्ड के बारे में जानकारी शेयर करने वाले हैं। तो चलिए जानते है, Credit card kya hota hai?

वर्तमान समय के बीते हुए कुछ वर्षों में लोगों ने अपने पैसों के लेनदेन करने के तरीके को बदला है। अब वह दिन गए जब अधिकांश लोग पैसों का लेन-देन नकद में किया करते थे। हाल ही बीते कुछ सालों में विमुद्रीकरण (Demonetization) और कोविड-19 महामारी ने डिजिटल ट्रैंज़ैक्शन की आवश्यकता तथा इसके महत्व को साबित किया है। आज इसमें से पैसो के ट्रैंज़ैक्शन के लिए सबसे पारंपरिक तरीका का माध्यम Credit Card भी है।

What is Credit Card in Hindi

आज इस डिजिटल जमाने में क्रेडिट कार्ड का अधिक इस्तेमाल किया जा रहा है। जब आप ऑनलाइन शॉपिंग करते है तो प्रोडक्ट का पेमेंट करने के लिए पेमेंट ऑप्शन में जाते है तो आपको डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग, UPI के अलावा क्रेडिट कार्ड का भी ऑप्शन मिलता हैं। वर्तमान समय में बहुत लोग है जो किसी भी वस्तु को EMI पर खरीदना अधिक पसंद करते है जिसके कारण वह क्रेडिट कार्ड या EMI कार्ड की आवश्यकता महसूस करते है। आज मार्केट में कई सरकारी और गैर सरकारी बैंक अपने ग्राहकों को कई अन्य लाभों के साथ क्रेडिट कार्ड ऑफर करते है जिसके लिए उनको एक लिमिट अमाउन्ट सेंसन करते हैं।

Credit Card in Hindi Meaning

क्रेडिट कार्ड किसी बैंक या वित्तीय सेवा कंपनी द्वारा जारी किया गया प्लास्टिक या धातु का एक पतला आयताकार भाग होता है जो कार्डधारकों को बैंक या वित्तीय कंपनी द्वारा पैसे उधार प्रदान किया जाता है जिससे कार्डधारक व्यापारियों को समान और सर्विस के भुगतान के लिए इस कार्ड का इस्तेमाल करते हैं।

क्रेडिट कार्ड क्या है (What is Credit Card in Hindi)

क्रेडिट कार्ड किसी बैंक और फाइनेंसियल कंपनी द्वारा जारी प्लास्टिक का एक पतला आयताकार टुकड़ा होता है जो अपने कार्डधारक उपयोगकर्ता को एक लिमिट समय के लिए पैसे उधार देता है इसके जरिये उपयोगकर्ता खरीदें हुए वस्तुओं और सेवाओं के लिए भुगतान कर सकते हैं। कार्डधारक उपयोगकर्ता क्रेडिट का इस्तेमाल व्यापारियों या ई-कॉमर्स वेबसाइटों को ऑनलाइन या ऑफलाइन भुगतान करने के लिए करते हैं। क्रेडिट कार्ड की उधार या बकाया राशि को एक दिए गये निश्चित तारीख तक चुकाना होता है, जिसमें समय पर चुका ना पाने पर कई परिणाम होते हैं जैसे कि निश्चित ब्याज भुगतान में वृद्धि और क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता हैं।

आमतौर पर क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले बैंक या फाइनेंसियल कंपनी आपके द्वारा लिए जा सकने वाले उधार की अधिकतम धनराशि पर एक सीमा लगाते हैं, जिसे क्रेडिट सीमा के नाम से जानते है। किसी व्यक्ति की क्रेडिट सीमा उनके क्रेडिट स्कोर और अन्य वजह जैसे इनकम लेवल, आवेदक की आयु आदि के आधार पर तय की जाती हैं।

जब कार्डधारक क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके कोई फाइनेंसियल ट्रांसक्शन करता हैं, तो धनराशि उसकी क्रेडिट सीमा से काट ली जाती है और जब वे उधार देय राशि का भुगतान कर देते हैं तो क्रेडिट सीमा धनराशि वापस जारी हो जाती हैं। आप क्रेडिट सीमा तक पहुंचने तक अपने क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करना जारी रख सकते हैं परंतु जब आप अपनी क्रेडिट धनराशि की सीमा समाप्त कर लेते हैं, तो आप तब तक कार्ड का इस्तेमाल नहीं कर सकते जब तक आप अपनी बकाया धनराशि का भुगतान नहीं कर देते।

हाल ही में, भारत में Credit Card उपयोगकर्ताओं की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। June 2021 में क्रेडिट कार्ड की संख्या 62.81 मिलियन से 25% बढ़कर June 2022 में 78.7 मिलियन तक हो गई, इसी अवधि के दौरान डेबिट कार्ड 906 मिलियन से 2% बढ़कर 921.75 मिलियन हो गयी। क्वार्टर2 2022 के अंत तक भारत में प्रचलन क्रेडिट और डेबिट कार्ड की कुल संख्या 1 बिलियन हो गई हैं।

क्रेडिट कार्ड के प्रकार (Types of credit card in hindi)

वर्तमान समय में सभी को क्रेडिट कार्ड की आवश्यकता पड़ता है, और ऐसे में आज के समय में अनेक तरह के क्रेडिट कार्ड बाजार में उपलब्ध है। वर्तमान समय में कस्टमर की जरूरत को पूरा करने के लिए कई क्रेडिट कार्ड की आवश्यकता होती है और आज के समय में सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड, रिकवर क्रेडिट कार्ड, रिवार्ड के लिए क्रेडिट कार्ड, फ्यूल के लिए क्रेडिट कार्ड, कैशबैक क्रेडिट और को ब्रांडेड क्रेडिट आदि की अवश्यकता होती है। भारत में वर्तमान समय में निम्न क्रेडिट के प्रकार है–

• ट्रैवल क्रेडिट कार्ड
• शॉपिंग क्रेडिट कार्ड
• रिवार्ड क्रेडिट कार्ड
• सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड
• फ्लिपकार्ट क्रेडिट कार्ड
• स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड
• बिजनेस क्रेडिट कार्ड
• कम ब्याज वाला क्रेडिट कार्ड

क्रेडिट कार्ड के नियम एवं शर्तें (Credit Card Terms and Conditions in Hindi)

वर्तमान समय में क्रेडिट कार्ड के लिए योग्यता तथा शर्तें अनेक कारकों पर निर्भर करता है जैसे बैंक अपनी विभिन्न योग्यता शर्तें निर्धारित करते है, और वहीं एक ही संस्थान आज के समय में यदि विभिन्न तरह के क्रेडिट कार्ड जारी करता है, तब ऐसे में सभी कार्ड के लिए अलग अलग शर्तें निर्धारित किया जाता है, और हालांकि उम्र, निवास का शहर, आय का स्रोत तथा क्रेडिट स्कोर आदि जैसी बेसिक शर्तें सभी क्रेडिट कार्ड आवेदकों के लिए एक समान रहता है, पर वही सबसे बड़ा अंतर आवेदक की आय को लेकर रहता है, क्योंकि समय एम क्रेडिट अमाउंट रिटर्न होने का चांस सैलरी पर निर्भर करता है। वर्तमान समय में क्रेडिट कार्ड के लिए न्यूनतम कितनी आय होना चाहिए यह कार्ड के प्रकार, कार्ड के लाभों तथा वार्षिक शुल्क आदि के आधार पर बैंकों के द्वारा प्रत्येक कार्ड के लिए निर्धारित किया जाता है।

क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कैसे करे (How to apply online credit card in hindi)

वर्तमान समय में यदि आप क्रेडिट कार्ड का लाभ उठाना चाहते हैं तब आज के समय में आपका अकाउंट बैंक में होना चाहिए फिर आप निम्न स्टेप को ध्यान में रखकर आसानी से आवेदन कर सकते हैं –

• सबसे पहले आपको बैंक के मोबाइल एप्प या फिर वेबसाइट में जाकर अपने लॉगिन आईडी और पासवर्ड के मदद से साइन अप कर ले।
• अब आपको होम पेज में क्रेडिट कार्ड का ऑप्शन दिखाई देगा उसमे क्लिक करना होगा।
• अब आपके सामने आवेदन करने का ऑप्शन दिखाई देगा उसमें क्लिक कर दे।
• अब आप फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी भर दे।
• अब आपको अपने निजी जानकारी के साथ अपने सैलरी के बारे में जानकारी देना होगा।
• अब आप अपना एड्रेस वेरिफाई कर ले।
• इसके बाद आपको ऑनलाइन वीडियो कॉलिंग में केवाईसी करने की अवश्यकता होता है।
• जैसे ही आप केवाईसी पूरा करते है फिर आपको फॉर्म जमा करना होता है।
• आपको कुछ दिनों में क्रेडिट कार्ड आपके द्वारा दिए गए एड्रेस में मिल जायेगा।
• इस तरह से आप आसानी से क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते है।

क्रेडिट कार्ड कैसे बनता है?

आज के समय में क्रेडिट कार्ड आसानी से बन जाता है, यदि आप जॉब या बिजनस करते है तब आपको फॉर्म भरना होगा और अपने बारे में जानकारी देना होगा, फिर आपका सिबिल स्कोर देखा जाता है और फिर आपके प्लान के मुताबिक सिबिल स्कोर सही होता है, तब आपको क्रेडिट कार्ड प्रदान कर दिया जाता है, और यदि आप स्टूडेंट है तब आपको स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने की अवश्यकता होती है। जैस ही आप आवेदन करते है फिर आपका क्वालिफिकेशन देखा जाता है, और सभी चीजे फिट बैठता है तब आपको क्रेडिट कार्ड प्रदान कर दिया जाता है। आज के समय में आसानी से आप क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।

आज के समय में आप ऑफलाइन भी क्रेडिट कार्ड बनवा सकते है और इसके लिए आपको बैंक या फिर एजेंट के पास जाने की अवश्यकता होगी, फॉर्म भरना होगा, और फिर जैसे ही आप फॉर्म को जमा करते है फिर इसका वेरिफाई होता है, फिर कुछ दिनों में आपके दिए गए एड्रेस में क्रेडिट कार्ड आ जाता है।

क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड में अंतर (Difference between debit card and credit card in hindi)

डेबिट कार्ड बैंक द्वारा करेंट और सेविंग अकाउंट के लिए जारी किया जाता है, और जब आप पैसा एटीएम से निकालते है तब अकाउंट से कट जाता है और वही क्रेडिट कार्ड आपको क्रेडिट लिमिट प्रदान करता है और जब हम एटीएम या फिर किसी तरह से ट्रांजेक्शन क्रेडिट कार्ड से करते है तब वह हमारे क्रेडिट लिमिट से कम हो जाता है और इसे हम बिलिंग होने के बाद भुगतान बाद में करते है। आज के समय में क्रेडिट कार्ड डेबिट कार्ड से बेहतरीन है क्योंकि आप डेबिट के सेविंग रख सकते है और क्रेडिट का उपयोग करके बाद में भुगतान कर सकते है।

क्रेडिट कार्ड के फायदे और नुकसान (Credit card advantages and disadvantages in hindi)

वर्तमान समय में यदि आप क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते है तब इसके निम्न फायदे और नुकसान हो सकता है–

क्रेडिट कार्ड का फायदे (Disadvantages of credit card in hindi)

• पहले खर्च और बाद में भुगतान का सुविधाजनक ऑप्शन मिलता है।
• क्रय शक्ति में वृद्धि होता है।
• समय पर क्रेडिट का भुगतान करने आप क्रेडिट स्कोर में वृद्धि होती है।
• क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने पर रिवॉर्ड पॉइंट मिलता है, और कैश बैक भी मिलता है, इसके साथ ही ऑनलाइन शॉपिंग करने पर डिस्काउंट मिलता है।
• इससे जो हम पैसे उपयोग करते है वह ब्याज मुक्त ऋण होता है।
• आप आसानी से अपने लेनदेन का ट्रैकिंग कर सकते हैं।
• आप अपना क्रेडिट खर्च को ईएमआई में कन्वर्ट कर सकते हैं।
• क्रेडिट कार्ड से आप यदि फ्यूल भरवाते उसका भुगतान करते है तब आपको एक्स्ट्रा बेनिफिट्स होता है।
• एयरपोर्ट में क्रेडिट कार्ड से अर्ली एक्सेस में अनेक तरह के रेस्ट्रो में आप जा सकते है।

क्रेडिट कार्ड के नुकसान (Disadvantages of credit card in hindi)

• क्रेडिट कार्ड होता है तब आय से अधिक खर्च हो जाता है।
• खर्च को ईएमआई में बदलने से सिबिल स्कोर गिरने लगता है।
• समय पर भुगतान नहीं करते है तब फाइन लगता है।
• जरूरत से ज्यादा खर्च करने पर कर्ज का बोझ बन जाता है।
• यदि आप लिमिट से अधिक खर्च करता है तब फाइन लगता है।
• क्रेडिट कार्ड से यदि आप पैसे एटीएम से निकालते है तब इसका प्रोसेसिंग चार्ज बार बार लगता है।
• यदि आप क्रेडिट कार्ड का बिल नही चुकाते है समय पर तब आपके अन्य अकाउंट से धीरे धीरे पैसा कटने लगता है।

निष्कर्ष : क्रेडिट कार्ड इन हिंदी

आज आपने इस पोस्ट में जाना की, क्रेडिट कार्ड क्या होता है (What is credit card in hindi), क्रेडिट कार्ड कितने प्रकार के होते हैं, क्रेडिट कार्ड के नियम एवं शर्तें, क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड में अंतर क्या है, इसके फायदे और नुकसान इत्यादि।

अगर आपको यह पोस्ट (Credit card kya hota hai) पसंद आया हो तो हमें कमेंट द्वारा जरूर बताये और सम्बंधित कोई सवाल व सुझाव हो तो उसे भी शेयर करें। आपके सवाल व सुझाव का हमेशा स्वागत रहेगा। दोस्तो इस पोस्ट को अपने दोस्तो और सोशल नेटवर्क पर जरूर साझा करें, धन्यवाद!

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