Artificial Intelligence Kya Hai: क्या आप जानते हैं, कृत्रिम बुद्धिमत्ता या Artificial Intelligence (AI) क्या है (What is Artificial intelligence in Hindi), इसके प्रकार और यह कैसे काम करता है? तो आज हम इस विषय के बारे मे विस्तृत बात करने वाले हैं।
दुनिया में टेक्नोलॉजी का बड़ी तेजी से विस्तार हो रहा है। हर देश अपने अपने स्तर पर तकनीकी रूप से सक्षम हो रहा है इस कार्य के लिए वैज्ञानिको और अनुसंधान संस्थान बड़े तेजी से कार्यरत हैं।
वैज्ञानिक हमेशा यह सोचते हैं कि हम ऐसी मशीनें बनाएं या ऐसी तकनीक विकसित करें जो मनुष्य की तरह कार्य करें, उन्हीं की तरह समझे ताकि कार्य करने के लिए लोग मशीनों और तकनीक का सहारा ले सके।
हम अपने जीवन में किसी भी प्रकार Mistake करना पसंद नहीं हैं हम यही बात तकनीक से भी करवाना चाहते हैं कि उनसे भी किसी तरह की Mistake ना हो इसीलिए वैज्ञानिक और टेक्नोलॉजी रिसर्च संस्थान दिन रात मेहनत करते हैं।
जब से कंप्यूटर का आविष्कार हुआ है तब से कंप्यूटर की Demand बहुत बढ़ गई है पहले सामान्य कंप्यूटर हुआ करते थे अब उनमें धीरे-धीरे नई चीजें डाली जा रही है ताकि इंसान अपने अनुसार Speed में काम कर सके परंतु इंसान के सामने एक और सबसे बड़ी चुनौती थी की उनके द्वारा बनाई गई मशीन उन्हीं की तरह सीखें बात करें और किसी प्रकार की Mistake होने पर Self Correction भी करें।
इसके लिए वैज्ञानिकों ने अपनी तकनीक में सुधार किया और दुनिया के सामने एक ऐसी तकनीक लाएं, जिसके अंदर यह सारी खूबी है, जिसका नाम Artificial Intelligence हैं।
आज हम इस लेख के माध्यम से आपको Artificial Intelligence Kya Hota Hai (what is ai technology in hindi), AI के प्रकार, AI के फायदे, नुकसान और कैसे काम करता हैं, इसके बारे में विस्तृत से जानकारी देने वाले है।
Artificial Intelligence Kya Hai (What is AI in Hindi)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को हम Short From में AI कहते हैं इसका हिंदी में अर्थ कृत्रिम बुद्धिमत्ता होता हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक ऐसी तकनीक है जो इंसान द्वारा तैयार किए गए प्रक्रिया को पूरी तरह से पालन करता है इसमें किसी प्रकार की Mistake होने की Chances नहीं होते हैं।
यदि हम Artificial Intelligence को आसान शब्दों में कहे तो यह एक इंसान द्वारा बनाई गई मशीन है जिसमें इंसान ही की तरह एक दिमाग पाया जाता हैं जो इंसान के ही तरह सोच सके और काम कर सके। इस तरह से इस मशीन को तैयार किया जाता हैं।
इसमें तीन प्रकार के Process होते हैं पहला Process Learning का है जिसमें मशीन के अंदर Information डाली जाती है। उसे Rule, Regulation सिखाए जाते हैं ताकि वह मनुष्य के द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन कर सकें।
दूसरा यह है कि Reasoning इसके अंतर्गत मानव द्वारा दिए गए instruction का पालन करना और उनके Result की तरफ अग्रसर होना ताकि किसी प्रकार की समस्या ना आए यह मशीन में सिस्टम डाले जाते हैं। तीसरा Self Correction इंसान से कोई गलती होती है तो उसे खुद ही ठीक करना होता हैं।
पहले के समय में मशीन से अगर कोई गलती होती थी तो मशीन उसे नहीं सुधार सकती थी उसे मनुष्य को ही सुधारना पड़ता था परंतु जैसे-जैसे तकनीक बढ़ती गई वैसे-वैसे Characters मशीन के अंदर में डाला गया और मशीन से किसी प्रकार की Mistake या मौसम परिवर्तन के वजह से कोई समस्या आती है तो उसे अपने सिस्टम के अनुसार ढाल सकता हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत 1950 के दशक में हुई थी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जनक जॉन मैकार्थी (अमेरिकी कंप्यूटर साइंटिस्ट) ने AI technology के बारे में सबसे पहले दुनिया को बताया था। वह पहले ऐसे वैज्ञानिक हैं जिन्होंने इस टेक्नोलॉजी को दुनिया के सामने लाए।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार (Types of Artificial Intelligence in Hindi)
यह युग टेक्नोलॉजी का युग है आज के सभी कंप्यूटर तथा मोबाइल फोन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक डाली जाती हैं इस तकनीक का सबसे ज्यादा उपयोग कंपनियों में होता है। बड़ी-बड़ी कंपनियां इसका इस्तेमाल कर बड़ी मशीनों के माध्यम से मनुष्यों की तुलना में अधिक प्रभावशाली तथा सटीक कार्य कर सकती हैं। जब यह टेक्नोलॉजी नहीं थी तब मनुष्य के काम के कारण बहुत सी गड़बड़ी हो जाया करती थी परंतु इस टेक्नोलॉजी ने मनुष्य की जगह ले चुका हैं। Artificial Intelligence को समझने के लिए इसे दो भागों में बांटा गया है:-
Part: 1
Week AI (कमजोर बुद्धिमत्ता)
जैसे कि नाम से है स्पष्ट हैं की यह कमजोर कृत्रिम बुद्धिमत्ता है जिसे हम Narrow AI भी कहते हैं। यह उतना कारगर नहीं है इसका इस्तेमाल बहुत बड़ी मशीनों में नहीं किया जा सकता है और ना ही अच्छे कामों में इसका इस्तेमाल किया जा सकता हैं, इसका उपयोग केवल छोटी मशीन तथा निम्न कोटि के गेम तथा सॉफ्टवेयर में किए जाते हैं। जो केवल दिखने में अच्छे दिखाई देते हैं।
Week AI काम करने में ज्यादा उपयोगी नहीं होते हैं जैसे कुछ सॉफ्टवेयर में कुछ चीजें अपने हिसाब से ही चलते रहती हैं क्योंकि उनमें ऐसे नियम सेट कर दिए जाते हैं जिससे वहां खुद वैसे ही कार्य करते रहें और अपनी इच्छा अनुसार चलते रहे परंतु सामने वाले को ऐसा लगता है कि वहां उसके अनुसार चल रहा है और उसके नियम का पालन कर रहा हैं।
Weak AI के उदाहरण- Speech recognition और Image recognition, स्व-ड्राइविंग कार, शतरंज गेम खेलना, ई-कॉमर्स साइट इत्यादि।
Strong AI (मजबूत बुद्धिमत्ता)
इसके नाम से भी हम अनुमान लगा सकते हैं कि यह एक खास किस्म का Mindset करने वाली तकनीक हैं।
जिसका लक्ष्य दिए गए कार्य को सही तरह से और अपनी बौद्धिक क्षमता का उपयोग कर उसे सही ढंग से करें, उसे Strong AI कहते है। इसका उपयोग बड़ी-बड़ी मशीनों में तथा बड़ी-बड़ी कंपनियां करती है यह Row Data को सही तरह से सॉफ्टवेयर में Update करती है और दिए गए निर्देश का पालन भी करती हैं।
AI मनुष्य द्वारा बनाई गई एक ऐसी मशीन है जो इंसानों की तरह सोच कर तथा समझकर कार्य करती है इसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना नहीं होती हैं।
Part: 2
Reactive Machine
यह मशीन बहुत ही सरल होती हैं क्योंकि इसमें मेमोरी स्टोरेज नहीं किया जा सकता है इसमें भविष्य में किए जाने वाले कार्य और पास्ट में किए गए कार्यों का कोई प्रमाण नहीं होता है यह मशीन केवल देख कर उस पर React करती हैं।
Self Awareness
यह एक ऐसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है जिसके पास खुद की जागरूकता चेतना और इंटेलिजेंस होती है यदि हम सरल भाषा में कहें तो यह मनुष्य की तरह ही कार्य करती हैं इसमें मेमोरी स्टोरेज भी होता है आप किसी भी वक्त कोई भी कार्य के बारे में जान सकते हैं।
Limited Memory
जैसा कि शब्दों से ही पता चलता है कि इसके पास बहुत ही सीमित मेमोरी होती है जिसका उपयोग Self Driving कार में किया जाता हैं।
Theory of Mind
यह Artificial Intelligence का सबसे Advance भाग है जो मनुष्य की तरह ही विचार विश्वास उम्मीद और सामाजिक रुप से बात करने में सक्षम होता है इसका प्रयोग बहुत ही सीमित है यह टेक्नोलॉजी बहुत महंगी हैं।
Artificial Intelligence टेक्नोलॉजी के उदाहरण
Automation: यह एक ऐसी तकनीक से बना होता है जिसे हम एआई के प्रकार में समझ चुके हैं यह एक ऐसी प्रक्रिया होती है जिसमें सिस्टम को निर्देश देने पर ऑटोमेटिक कार्य करना शुरू कर देता हैं।
जब कंपनी के पास High Valume तथा Repeatable task होते हैं। तब इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है इसमें Artificial Intelligence के द्वारा ऑटोमेटिक ही डाटा का मूल्यांकन किया जाता हैं।
Machine Learing: यह एक ऐसा तैयार किया गया सिस्टम होता है जिसमें कंप्यूटर बिना प्रोग्रामिंग के ही कार्य करता है इसमें तीन प्रकार के Algorithm कार्य करते हैं पहला सुपरवाइजर लर्निंग और डाटा से इस तरह से मशीन तीनों भागों का उपयोग कर उस पर ऑटोमेटिक ही Reaction देती हैं।
Machine Vision: इसकी मदद से कंप्यूटर अथवा मोबाइल का कैमरा Light कम या ज्यादा अथवा डिजिटल सिग्नल के अनुसार Limitated Vision में कार्य करता है इसकी एक Limitation होती है जिसका उपयोग Analysis करने में किया जाता हैं।
Self Driving Car: AI के इस तेजी से बढ़ते विकास ने Transport को भी बदल के रख दिया है। Tesla, Apple और Google जैसी बड़ी कंपनिया Self Driving Car बनाने के लिए AI का प्रयोग कर रही हैं।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल करके सेल्फ ड्राइविंग में ब्रेक लगाना, सड़क लाइन बदलना, गियर बदलना, टक्कर होने से रोकना आदि काम कर सकती हैं।
Artificial Intelligence (AI) के लक्ष्य
- AI Technology के इस्तेमाल से Automatically Mistake को समाप्त करना तथा मानवीय त्रुटियों को कम से कम करना।
- इस तरह के मशीन बनाना जो मनुष्यों की तरह सोचे, समझें, सीखें और बर्ताव करे।
- High Data एवं High Volume को कम समय में मूल्यांकन करना।
- मानव द्वारा दिए गए निर्देश को मशीन के माध्यम से सही ढंग से सोच, समझ कर काम करना।
- मानव की तरह ही एक छोटा दिमाग मशीन में डालना और उस निर्देश का अच्छे से पालन करना।
- Intelligence System का उपयोग करके अधिक दक्षता तथा क्षमता के साथ विभिन्न कार्य करना।
Advantages and Disadvantages of Artificial Intelligence in Hindi
जैसा कि आप जानते हैं हर तकनीक के कोई ना कोई फायदे और नुकसान जरूर होते हैं, इसी तरह से Artificial Intelligence के फायदे और नुकसान है। इसका ज्यादा इस्तेमाल करना और कम इस्तेमाल करना यह तय करता है हमारे दिए गए कार्य और निर्देशों के अनुसार जो मनुष्य के लिए हानि या लाभ हो सकता हैं।
AI से फायदे
- बड़ी-बड़ी कंपनियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधार पर आधुनिक कार बनाई जा रही है जो बिना ड्राइवर की होगी इसमें AI Technology का इस्तेमाल करके Automatic चलाई जाएंगी।
- AI का इस्तेमाल करके हम मशीनों द्वारा बिना किसी ब्रेक के 24 × 7 काम ले सकते हैं और वे मनुष्यों के विपरीत ऊब या थक भी नहीं सकते हैं।
- AI की मदद से मनुष्य से होने वाली त्रुटियों की अपेक्षा AI मशीनें द्वारा त्रुटियों को कम किया जाता है तथा अधिक से अधिक सटीक जानकारी देने की संभावना होती है।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन का पूर्वा अनुमान लगाकर होने वाली तबाही को रोका जा सकता है।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग किसी भी तरह के प्रकृति संबंधी या मानव निर्मित भौतिक क्षति या आपदाओं में प्रभावशाली रूप से किया जा सकता है।
- डॉक्टरों को अपने रोगियों का Image-based AI निदान द्वारा बेहतर इलाज करने में मदद कर सकता है और डायग्नोस्टिक्स में स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं बेहतर होंगी।
- इसके माध्यम से कम्युनिकेशन, डिफेंस, हेल्थ आदि के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किया जा सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके सड़क दुर्घटना से भी बचा जा सकता है।
- Apple का Siri, Windows का Cortana, Google का OK Google जैसे अन्य दैनिक एप्पलीकेशन का प्रयोग अक्सर हमारे दैनिक दिनचर्या में किया जाता है, चाहे वह किसी स्थानों को खोजने, ऑनलाइन काम करने, फोन कॉल करने, ईमेल का जवाब देने और कई अन्य काम के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया जाता हैं।
AI से नुकसान
यह तकनीक भविष्य में इंसानों के लिए मददगार के साथ-साथ नुकसानदायक भी साबित हो सकती है।
- AI मशीनें स्क्रिप्ट पर आधारित हैं। वे सिर्फ देखेंगे, सुनेंगे और काम करेंगे लेकिन कभी भी महसूस नहीं करेंगे और ना ही सोचेंगे। यह केवल मनुष्यों द्वारा रचनात्मकता हैं।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीनों को निर्माण के लिए बड़ी लागत की जरूरत होती है क्योंकि वे बहुत कठोर मशीनें होती हैं और उनकी मरम्मत तथा रख-रखाव के लिए बड़ी खर्च की आवश्यकता होती है।
- जब Artificial Intelligence से रोबोट तैयार होंगे तो यह लोगों की तरह सोचने की क्षमता रखेंगी और मशीनें बिना थके कोई भी कार्य कर सकती है जिस कारण बेरोजगारी दर बढ़ेगी।
- AI के नई-नई तकनीक आने पर ज्यादातर लोग मशीनों पर अधिक निर्भर रहने लगेंगे, जिस कारण लोगों के अंदर आलस्य, सोचने और समझने की क्षमता पर असर पड़ेगा।
- इसके माध्यम से एक ऐसी Coding या कंप्यूटर भाषा तैयार हो सकती है जो दुनिया के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।
- AI मशीनें मनुष्यों की तरह अनुभव से नहीं सीख सकती हैं क्योंकि ये केवल एल्गोरिथ्म या प्रोग्रामिंग द्वारा दिए गए निर्देश का पालन करती हैं।
- AI सिस्टम उत्पादकता के मामले में कार्य करने में मनुष्यों की जगह ले सकती हैं, लेकिन वे निर्णय नहीं ले सकते और रोबोट तय नहीं कर सकते कि क्या सही है या क्या गलत है।
Application of AI
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किस-किस क्षेत्र में किये जाते है-
- व्यापार (Business)
- अर्थव्यवस्था (Finance)
- विमान-वहन (Aviation)
- डिफेंस के क्षेत्र (Defence)
- शिक्षा के क्षेत्र (Education)
- स्वास्थ्य देखभाल (Healthcare)
- प्रवीण प्रणाली (Expert System)
- दृष्टि प्रणाली (Computer Vision)
- कंप्यूटर गेम (Computer Gaming)
- बुद्धिमान रोबोट (Intelligent Robot)
- प्राकृतिक भाषा (Natural Language)
- वाक् पहचान (Speech Recognition)
- मौसम की भविष्यवाणी (Weather Forecasting)
- हस्तलिपि अभिज्ञान (Handwriting Recognition)
- उत्पादन-संबंधी (Manufacturing) etc.
इसके अलावा, और दूसरे क्षेत्रों जैसे किसी बेहद कठिन सिस्टम को चलाने, नई दवाएं तैयार करने, नए केमिकल खोजने, खनन उद्योग से लेकर अंतरिक्ष तक और शेयर बाज़ार से लेकर बड़ी बीमा कंपनियां, मनुष्य के जीवन का कोई ऐसा क्षेत्र नहीं बचा है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल न होता हो।
निष्कर्ष:
आशा करता हूं मेरे द्वारा दी गई जानकारी Artificial Intelligence Kya Hai (What is AI in Hindi) से आप संतुष्ट होंगे। इस लेख का उद्देश्य केवल कृत्रिम बुद्धिमत्ता या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence in Hindi) के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देना है ताकि लोग इस तकनीक के बारे में जाने समझे और अपने दैनिक जीवन में इसका इस्तेमाल करके अपने कामों को आसान बनाएं। आपको यह पोस्ट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, कैसा लगा हमे कमेंट करके जरूर बताए ताकि हमे आपके विचारो से कुछ सीखने और सुधारने का मौका मिल सके, धन्यवाद।