What is Malware in Hindi | मैलवेयर क्या है | Malware के प्रकार

By | August 8, 2020

आप सभी का Tech Karya में स्वागत है, दोस्तों क्या आपको पता है, मैलवेयर क्या है (what is malware in hindi), मैलवेयर के प्रकार, ये कैसे कम्प्युटर मे फैलता है, मैलवेयर से कम्प्युटर को कैसे बचायें और मैलवेयर क्यों इस्तेमाल करते हैं? अगर नहीं तो यह पोस्ट आपके लिए हैं।

What is Malware in Hindi

आजकल Technology के नये जमाने मे हम सभी लोग computer, laptop और smartphone जैसी और अन्य devices का इस्तेमाल करते हैं और आप इन devices में इंटरनेट के जरिये आने वाले virus या malware attack शब्द का नाम तो सुनते ही होंगे।

अगर यह मैलवेयर आपके कंप्यूटर सिस्टम में किसी तरीक़े से आ जाये तो यह computer की परफॉर्मेंस धीमे या हैंग कर देता है तथा कंप्यूटर का data loss और system crashes जैसी कई खतरनाक समस्याएं आपके कंप्यूटर के साथ हो सकती हैं।

कम्प्युटर वाइरस क्या है, इसे जानने से सबसे पहले यह समझना होगा की malware क्या है (what is malware in hindi), जब ये जान जाएंगे की malware kya hota hai तो यह समझने मे बहुत आसानी हो जाएगी की computer virus kya hai. आइये अब देखते, Malware kya hai?

मैलवेयर क्या है (What is Malware in Hindi)

मैलवेयर को Spanish भाषा में “Mal” एक उपसर्ग (prefix) हैं, जिसका मतलब “bad” या हिन्दी मे बुरा या खराब शब्द होता हैं इसलिए इसे “badware” भी कहते हैं, जो इसे याद रखने का एक अच्छा तरीका भी हैं।

Malware का फुल-फोर्म Malicious Software होता हैं। यह एक संक्षिप्त रूप से सॉफ्टवेयर प्रोग्राम का छोटा फ़ाइल या कोड होता है जो आपके computer में बिना अनुमति की प्रवेश करता है जिसका उद्देश्य कंप्यूटर या कंप्यूटर सिस्टम के परफॉर्मेंस को रोकना और उसमे उपस्थित डेटा को चोरी करना या नुकसान पहुचाना होता हैं।

वर्तमान समय में लोग रोजाना कुछ ना कुछ जानकारी प्राप्त करने के लिए internet पर search करते हैं जिससे उनके कम्प्युटर सिस्टम में वाइरस या मैलवेयर आने का ज्यादा खतरा रहता हैं। मैलवेयर कम्प्युटर सिस्टम मे online के माध्यम से कई तरीकों से आ सकता है।

उदाहरण के लिए- किसी malicious website पर कुछ डाउनलोड करने या किसी advertisement पर क्लिक करने से, untrusted website से pirated software, movie/songs या games को डाउनलोड करने से और अज्ञात E-mail attachment के लिंक खोलने से भी आपके कम्प्युटर सिस्टम मे मैलवेयर आ सकते हैं।

ये तो रहा, computer मे online malware कैसे आ सकता हैं उसके बारे में, अब देखते हैं offline malware कम्प्युटर में कैसे आ सकता हैं।

अक्सर हम लोग अपने computer मे Pendrive, hard drive, CDs, DVDs या किसी removable storage का इस्तेमाल करते हैं। जब किसी दूसरे जगह से लाकर इन चीजों इस्तेमाल अपने computer मे data को लेने या देने के लिए कनेक्ट करते हैं तो इस सब चीजों के माध्यम से भी मैलवेयर हमारे computer में आ सकता हैं और computer के data या file को नष्ट कर सकता हैं।

मैलवेयर के प्रकार (Types of Malware in Hindi)

मैलवेयर कई प्रकार के पाये जाते हैं जिनमे से कुछ पॉपुलर Trojons horse, Computer Worms, Spyware, Adware, Ransomware और सॉफ्टवेयर के साथ Virus जैसे अन्य प्रकार की मैलवेयर शामिल होते हैं, जो निम्न प्रकार हैं।

  1. Computer Worms
  2. Trojons Horse
  3. Virus
  4. Spyware
  5. Adware
  6. Ransomware
  7. Rootkits
  8. Backdoor

Computer Worms

यह एक प्रकार का malicious program होता है। इस प्रकार के मैलवेयर एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम में पहुचने के लिए network के माध्यम से जैसे usb drive, media storage, hard drive या email इत्यादि, कंप्यूटर में बहुत तीव्र गति से फैलते है और कंप्यूटर जाते ही यह सक्रिय हो जाता है।

यह कंप्यूटर में मौजूद डेटा फाइलों को डिलीट कर देता हैं। प्रायः worms आपके computer की Random Access Memory (RAM) को घेरकर कंप्यूटर की स्पीड को धीमा कर देता हैं, जिस कारण कंप्यूटर हैंग होने लगता हैं।

Trojans Horse

Trojon Horse भी एक तरह का software program होता है जो शुरुआत में एक useful और secure सॉफ्टवेयर होने का वादा करता हैं जब इसे आप अपने computer में प्रयोग करते है तो धोखे से यह आपके computer में आ जाता हैं, यह फ़ाइलों और hard disk storage को नुकसान पहुँचाता हैं और आपके कंप्यूटर की व्यक्तिगत या संवेदनशील जानकारी को गलत लोगों तक पहुँचाता हैं।

अधिकांश ऐसे मैलवेयर ज्यादातर बिना anti-virus के इंटरनेट इस्तेमाल करने और इंटरनेट से मुफ्त anti-virus या अन्य सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने के माध्यम से आते हैं।

Computer Virus

कंप्यूटर Virus एक प्रकार सॉफ्टवेयर program का कोड होता हैं जो किसी भी कंप्यूटर में घुसकर उस डिवाइस की कार्य प्रणाली में बांधा पहुंचाते हैं। यह खुद को replicate करके उपयोगकर्ता को बिना पता चले कंप्यूटर में पहुँचकर computer को संक्रमित करता हैं।

सामान्यतः computer virus कंप्यूटर की हार्ड डिस्क के boot sector में जाकर hard disk को नुकसान पहुंचाता हैं। यह धीरे-धीरे उपयोगकर्ता के डिवाइस की मेमोरी में फैल कर डिवाइस को क्षतिग्रस्त करता हैं जिससे एक बार सिस्टम में वायरस फैल जाने पर नष्ट हुए data को रिकवर कर पाना काफी मुश्किल होता हैं।

Spyware

Spyware भी एक प्रकार का सॉफ्टवेयर होता है जो किसी उपयोगकर्ता के गैर-जानकारी में कंप्यूटर पर सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करके उनके बारे में सूचनाएं एकत्र करने के लिए किया जाता है।
आमतौर पर कंप्यूटर में spyware की उपस्थिति उपयोगकर्ताओं से छिपी होती है ताकि गुप्त रूप से अन्य उपयोगकर्ता की निगरानी कर सके।

Spyware, आपके द्वारा हुए इंटरनेट सर्फिंग की गतिविधियों पर नजर रखता हैं और आपके वेब ब्राउज़र पर कोई वेबसाइट url खोलने पर यह किसी अलग इन्फेक्टेड वेबसाइट पर redirect भी कर सकता हैं।

Adware

एडवेयर भी एक software ऍप्लिकेशन या प्रोग्राम है। यह आपके कंप्यूटर पर बिना जरूरत के विज्ञापन बैनर दिखाता है यह विज्ञापन पॉप-अप विंडो, बैनर डिसप्ले, वीडियो डिसप्ले या फुल स्क्रीन डिसप्ले द्वारा किसी website या software application के यूजर इंटरफेस पर दिखाई देता हैं। यद्यपि एडवेयर स्पाइवेयर के समान ही होता है लेकिन यह उपयोगकर्ता के computer पर कोई सॉफ्टवेयर इंस्टॉल नहीं करता है।

Adware उपयोगकर्ता की ब्राउज़र की सर्फिंग गतिविधि पर नजर रखता है जिससे पता करता है की उपयोगकर्ता को कौन-सा विज्ञापन दिखाना हैं। एडवेयर उपयोगकर्ता के किये गये ब्राउज़र सर्च को उन webpages पर redirect कर सकता है जिनमें बहुत सारे प्रोडक्ट विज्ञापन होते हैं। यह आम तौर पर कंप्यूटर के अलावा मोबाइल डिवाइस पर भी पाया जाता है।

Ransomware

Ransomware एक तरह का एडवांस मैलवेयर है जो सबसे खतरनाक हैं, इसे Scareware के नाम भी जानते है। यह मैलवेयर आपके कंप्यूटर या एंड्रॉइड डिवाइस की स्क्रीन को ब्लॉक कर सकता हैं तथा आपके devices की डेटा फ़ाइलों को एन्क्रिप्ट करके उसे डिलीट करने की भी धमकी दे सकता है और इसके बदले में कंप्यूटर उपयोगकर्ता को डरा धमकाकर पैसे की फिरौती माँग सकता है।

अधिकांश रैंसमवेयर ट्रोजन मैलवेयर की तरह दिखते होते हैं और ये सोशल इंजीनियरिंग के माध्यम से फैलते हैं। रैंसमवेयर मैलवेयर का इस्तेमाल वित्तिय (finance) धोकाधड़ी करने या कंप्यूटर उपयोगकर्ता को ransomware malware का इस्तेमाल करके पैसे लेने के लिए किया जाता हैं।

Rootkits Malware

रूटकिट ऐसा मैलवेयर है जो कंप्यूटर सिस्टम तक पहुँच बनाने के लिए डिज़ाइन किया जाता हैं। जब एक बार Rootkit Malware किसी के सिस्टम में install हो जाता है तो वह कंप्यूटर का एक्सेस या पूर्ण नियंत्रण कर लेता है, मौजूदा डेटा फाइलों को बदल या नष्ट करके, सॉफ्टवेयर को modify करने के साथ कंप्यूटर से अन्य जानकारी चुराने में सक्षम हो जाता है तथा

Rootkits हैकर द्वारा सिस्टम का root access प्राप्त करने के बाद automatic सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल कर सकता हैं जिससे आपके कंप्यूटर से जानकारी एकत्र करता है और आपको पता भी नही चलता हैं। आमतौर पर Rootkits Malware का पता लगाना और कंप्यूटर से हटाना बड़ा मुश्किल होता है।

Backdoors

Backdoors मैलवेयर ट्रोजन या वर्म्स की तरह ही होते हैं, सिवाय इसके कि वे कंप्यूटर पर एक “बैकडोर” खोलते हैं, जो हैकर्स या दूसरे मैलवेयर द्वारा कंप्यूटर में वायरस या SPAM भेजने के लिए नेटवर्क कनेक्शन प्रदान करते हैं। हैकर किसी भी प्रकार के इन्फेक्टेड सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने या पूरे कंप्यूटर सिस्टम को नियंत्रित करने के लिये backdoor malware का इस्तेमाल कर सकता हैं।

मालवेयर कहां से आता है (Where does malware come from in hindi)

मैलवेयर आपके कंप्यूटर सिस्टम में कई अलग-अलग तरीको से पहुँच सकते हैं। computer में मैलवेयर आने से कुछ सामान्य स्रोत जैसे ईमेल अटैचमेंट, इन्फेक्टेड वेबसाइट, टोरेंट सॉफ्टवेयर और शेयरिंग नेटवर्क आदि हो सकते हैं।

Phishing: Phishing तरीके से आपसे व्यक्तिगत जानकारी पाने के लिये फ़्रॉड कंपनी से आपके कंप्यूटर में ईमेल आते है। जिसमें जानकारी भरने पर वायरस आ सकते हैं।

Malicious Website: आमतौर पर कुछ वेबसाइट पॉप-अप या malicious लिंक के माध्यम से आपके कंप्यूटर पर मैलवेयर इंस्टॉल करने का प्रयास कर सकती हैं।

Torrents: Torrents के माध्यम से शेयर की गई फाइलें आम तौर पर असुरक्षित होती हैं। Torrents से वायरस और ट्रोजन मैलवेयर तेजी से फैलते है क्योंकि torrent application से files को download करने के लिए सुरक्षित नहीं हो सकती हैं।

Shared Networks: यदि infected मैलवेयर कंप्यूटर एक ही shared network पर इस्तेमाल करते है तो आपके सिस्टम में मैलवेयर फैल सकता है।

Pirated Software: यदि आप इन्टरनेट पर संक्रमित वेबसाइट से मुफ्त या पायरेटेड सॉफ्टवेयर डाउनलोड करते है तो उसमे गुप्त रूप से मैलवेयर छिपे होते है, जिससे ये कंप्यूटर में प्रवेश करते हैं।

मैलवेयर क्यों इस्तेमाल करते हैं (Why do use malware in hindi)

मैलवेयर वायरस के साथ सभी प्रकार के malicious software या website में छिपा होता है और cyber criminal इसका उपयोग कई कारणों से करते हैं, जैसे:

किसी infected computer से संवेदनशील या व्यक्तिगत डेटा की जानकारी चोरी या नष्ट करने के लिए इस्तेमाल करते हैं।

किसी computer उपभोक्ता की मैलवेयर द्वारा क्रेडिट कार्ड डेटा या अन्य वित्तीय डेटा की जानकारी चोरी करने के लिए इस्तेमाल करते है।

आपके कंप्यूटर में अनचाहा विज्ञापन और कुछ अनचाही मालिसियस वेबसाइट पर redirect करके प्रोडक्ट advertise दिखाना।

आपके computer सिस्टम का remote control अपने पास लेकर डेटा इन्फॉर्मेशन को बदल देना या इन्फेक्टेड सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर देना।

सिस्टम की सेवाओं या कामकाज को बाधित कर देना या मेमोरी स्पेस जैसे RAM या hard disk डेटा को एन्क्रिप्ट या डिलीट कर देना।

मैलवेयर से बचने के उपाय (How can I protect from malware in hindi)

भले ही कितने भी प्रकार के malware क्यु ना हो, लेकिन अच्छी बात यह है कि आप अपने कंप्यूटर को malware से बचाने के कई तरह के निम्न उपाय हैं।

अपने Operating System और application को अपडेट रखे, क्योंकि साइबर क्रिमिनल पुराने या outdated software में कमजोरियों को ढूंढते हैं, इसलिए सुनिश्चित करें कि सॉफ्टवेयर अपडेट उपलब्ध होते ही install कर लें।

पॉप-अप display लिंक पर कभी भी गलती से क्लिक ना करें। बल्कि ऊपर कोने right side में “X” पर क्लिक करके मैसेज को बंद कर दे और इस तरह डिस्प्ले लिंक आने वाली वेबसाइट से दूर रहे।

यदि आपके devices में एन्टी-वायरस नहीं है, तो कोई अच्छा paid antivirus का इस्तेमाल करे, जो आपके कंप्यूटर, टैबलेट, मैक या स्मार्टफोन के निजी डाटा और इन्फॉर्मेशन को online खतरों से सुरक्षित रखता हैं।

किसी भी अज्ञात url link पर क्लिक करने से बचें। चाहे वह email, social networking साइट या text message के माध्यम से आया हो, अगर कोई url link बिना जानकारी के लगता है, तो उससे दूर रहें।

पर्सनल इन्फॉर्मेशन लेने वाले email से सावधान रहें। यदि कोई ऐसा ईमेल बैंक से आती है और आपको उस email link पर क्लिक या पासवर्ड रीसेट करने या अपने खाते तक पहुंचने का निर्देश देती है, तो उसे क्लिक न करें। आप सीधे अपनी online banking साइट पर जाएं और वहाँ से लॉग इन करें।

किसी अंजान email attachment को तब तक न खोलें जब तक कि आपको पता न हो कि यह कैसा email है, भले ही वह किसी परिचित या किसी अपरिचित व्यक्ति से आया हो।

यदि आपको लगता हैं कि मेरा device इन्फेक्टेड हो सकता है, तो आपके device पर आपके द्वारा इंस्टॉल किए गए एन्टी-वायरस सॉफ़्टवेयर से स्कैन करें।

निष्कर्ष:

निष्कर्ष के तौर पर आज मैंने आपकों मैलवेयर क्या है, what is malware in hindi, malware के प्रकार, मैलवेयर से बचने के उपाय तथा मैलवेयर कहा से आते है, इन सभी के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देने की कोशिश की है, मुझे उम्मीद है ये पोस्ट (malware kya hai) से आपको कुछ सीखने को मिला होगा। अगर कोई सवाल व सुझाव हो तो हमे कमेन्ट करके जरूर बताए, धन्यवाद।

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