Computer Network in Hindi | कंप्यूटर नेटवर्क क्या है व इसके प्रकार

By | July 26, 2020

दोस्तो आपका Tech Karya में आपका स्वागत हैं। आज हम इस ब्लॉग में देखेंगे की, कंप्यूटर नेटवर्क क्या है (Computer Network in hindi), कंप्यूटर नेटवर्क के प्रकार (types of computer network), कंप्यूटर नेटवर्क के लाभ और कंप्यूटर नेटवर्क का उपयोग इत्यादि के बारे में विस्तृत रूप से जानेंगे।

आजकल कंप्यूटर नेटवर्किंग के दौर ने मानो पूरी दुनिया बदल कर रख दी है। हर काम पल भर में इस टेक्नीक से हो जाता है। जहां पहले अगर किसी को अपने दोस्तो या रिश्तेदार को कोई letter या message भेजना होता था तो उसमें कई दिन लग जाते थे, और किसी से बातें करने का मन हो तो उसके पास जाकर मिलकर ही बात कर सकते थे तो अगर समय ना हो तो वह भी सम्भव नहीं हो पाता था।

आज के जमाने में कंप्यूटर नेटवर्किंग के विकसित समय में कोई भी व्यक्ति किसी से कितना दूर क्यूँ ना हो, जैसे की पास ही लगता है क्योंकि हम उनसे बातें कर सकते हैं, मैसेज भेज सकते हैं और सबसे बड़ी बात वीडियो कॉल करके देख और सुन भी सकते हैं। इतना ही नहीं यदि हमें कोई भी जरूरी डॉक्युमेंट या फ़ाइल, फोटो या वीडियो, मैसेज तथा ईमेल भेजना हो, सभी कुछ Internet के माध्यम से फटाफट सेंड हो जाता है, जो कि वास्तव में आज के समय टेक्नोलॉजी की एक बड़ी उपलब्धि है।

computer network in hindi

computer network kya hai

आज हम computer network के बारे में डिटेल से आपको बताने जा रहे हैं लेकिन पहले आपको जानना होगा कि असल में computer network kya hai (what is computer network in hindi).

कंप्यूटर नेटवर्क क्या है (What is Computer Network in Hindi)

कम्प्युटर नेटवर्क वह network है, जो दो या दो से अधिक computer एक ही network में आपस में जुड़कर या अन्य कई डिवाइस डिजिटल तरीको से एक साथ कनेक्ट होकर इन्फॉर्मेशन शेयर करते है तो उसे कंप्यूटर नेटवर्क कहते हैं।

कंप्यूटर्स से डाटा भेजने के लिए उसे wire से या फिर wireless दोनों ही तरीकों से कनेक्ट किया जा सकता है। हमें जो भी डाटा एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजना होता है या किसी से कोई डाटा या सूचना मंगवानी होती है उसके लिए हम computer network का इस्तेमाल करते हैं।

अगर इसको दूसरे शब्दो मे कहे तो जब दो या इससे अधिक डिवाइस परस्पर जुड़कर information शेयर करते हैं तो उसे कंप्यूटर नेटवर्क या नेटवर्क कहते हैं। यह डिवाइस कम्प्युटर, सर्वर, राउटर, मोबाइल, मॉडेम, हब्स इत्यादि हो सकते हैं।

असल में कंप्यूटर नेटवर्क एक डाटा network होता है जिसमें cable से या फिर wifi से कई सारे कंप्यूटर्स का एक ग्रुप बनाया जाता है और फिर उन्हें आपस में जोड़ के इंफॉर्मेशन या डाटा को भेजा जाता है, यानि दो या उससे ज्यादा कम्प्यूटरों को इस उद्देश्य से कनेक्ट किया जाता है कि उनमें आपस में जरूरी इन्फॉर्मेशन डाटा या फिर रिसोर्स साझा किया जा सकें तो इस प्रक्रिया को भी computer network के नाम से जानते हैं।

कंप्यूटर नेटवर्क hardware और software से मिल कर बना होता हैं, जो कंप्यूटरो और दूसरे डिवाइस के बीच डाटा और सुचनाओ का आदान-प्रदान करता हैं। computer network 1960 से 1970 के मध्य शुरू हुआ था, उस समय इसे ARPANET कहा जाता था, बाद में इसे इंटरनेट कहने लगे।

Computer Network के डाटा संचार के मूल भाग

कंप्यूटर नेटवर्क की डाटा संचार के लिए निम्नलिखित पाँच मूल भाग या घटक होते है:

1. सेंडर (Sender): सेंडर द्वारा संदेश भेजा जाता हैं, भेजने वाला मोबाइल, कम्प्युटर, वर्कस्टेशन आदि डिवाइस हो सकता हैं।

2. रिसीवर (Receiver): रिसीवर सूचना या संदेश को प्राप्त करता है जैसे स्मार्टफोन, कम्प्युटर, वर्क स्टेशन इत्यादि।

3. मैसेज (Message): मैसेज वास्तविक सूचना को संचारित करता है जैसे पिक्चर, आडिओ, विडियो, टेक्स्ट मैसेज आदि।

4. ट्रांसमिसन मीडियम (Transmission Medium): ट्रांसमिसन मीडियम के द्वारा संदेश sender से receiver तक जाता हैं। यह twisted-pair wire, coaxial cable और रेडियो तरंगे इत्यादि का माध्यम हो सकता हैं।

5. प्रोटोकॉल (Protocol): प्रोटोकॉल के कई नियम होते है जो डाटा कम्युनिकेशन को कंट्रोल करता हैं। बिना प्रोटोकॉल के, दो प्रोटोकॉल जुड़ सकते है परन्तु networking नहीं की जा सकती हैं।

कंप्यूटर नेटवर्क के प्रकार (Types of Computer Cetwork in Hindi)

कंप्यूटर नेटवर्किंग में छोटे और बड़े क्षेत्र के अनुरूप उन्हें जोड़ने के लिए different networks बनाए गए हैं। ये नेटवर्क जो काम करते हैं उसके अनुसार उन्हें मुख्यतः 3 प्रकार में विभाजित किया गया है – LAN, MAN और WAN.

Computer Network Types in Hindi-

1. Local Area Network (LAN)
2. Metropolition Area network (MAN)
3. Wide Area Network (WAN)

ये 3 main networks हैं लेकिन इनके अलावा दूसरे नेटवर्क्स भी यूज किए जाते हैं जैसे-

  •  Wireless Local Area Network (WLAN)
  •  Personal Area Network (PAN)
  •  Campus Area Network (CAN)
  • Storage Area Network (SAN)

आज हम 3 main networks के बारे में detail से discuss करेंगे।

1. Local Area Network (LAN)

LAN नेटवर्क कम यानी छोटे एरिया में कंप्यूटर्स को जोड़ने के लिए इस्तेमाल होता है, ऐसा भी कहा जा सकता है की इससे लोकल एरिया के network devices जोड़े जाते हैं इसीलिए इसका नाम Local Area Network है। ऐसी जगहों जहां पर बहुत ज्यादा दूरी पर network कनेक्शन की आवश्यकता नहीं होती है, वहां पर इनका यूज किया जाता है जैसे घर में, स्कूल में, कॉलेजों, ऑफिसों में इनका बहुत इस्तेमाल किया जाता है।

इसका कोई एक व्यक्ति संचालन देखता है और सभी WiFi या Ethernet से इसका यूज कर सकते हैं। LAN को लगवाने में बहुत ज्यादा खर्च नहीं होता है इसलिए ये एक सस्ता और उपयोगी नेटवर्क टाइप है।

LAN से तेजी से डाटा कैसे ट्रांसफर किया जा सकता है, यह किसी के hardware और cables की गुणवत्ता और डेटा ट्रांसफर क्षमताओं पर निर्भर करता है। LAN की डाटा ट्रान्सफर दर 4 mbps से 16 mbps तथा अधिकतम 100 mbps तक हो सकती हैं। इससे 100 से 1000 कम्प्युटर को कनेक्ट किया जा सकता हैं।

2. Metropolition Area network (MAN)

MAN (Metropolitan Area Network) नेटवर्क LAN से ज्यादा एरिया में कनेक्टिविटी देता है लेकिन WAN के जितनी भी नहीं देता। इसमें करीब 75 से 100 Km तक की दूरी में यह नेटवर्क को कनेक्ट किया जाता है, यानी इससे एक पूरे बड़े गाँव या शहर को तो आसानी से कनेक्ट कर सकते है तथा इससे तेज स्पीड वाला इंटरनेट नेटवर्क कनेक्शन उपलब्ध करवाया जा सकता है।

MAN नेटवर्क कई सारे LAN नेटवर्क या कई स्वीचेस, हब्स और राउटर से मिलकर बना होता है, जो फाइबर आप्टिक केबल (Fiber Optic Cable) का इस्तेमाल करके हाई स्पीड connection देता हैं। केबल ऑपरेटर भी अपनी सर्विस इसी networks का इस्तेमाल करके पूरी सिटी में पहुंचाते हैं। उदाहरण के लिए, मोबाइल ब्रॉडबैंड कनेक्शन जैसे modem, Cable TV, wire/cable आदि हैं।

3. Wide Area Network (WAN)

WAN का पूरा नाम Wide Area Network होता हैं। ये क्षेत्रफल की नजर से सबसे बड़ा network हैं। जब बहुत ज्यादा दूरी यानी wide range में नेटवर्क कनेक्टीविटी की जरूरत हो तब WAN को यूज किया जाता है। इसमें LAN और MAN से बहुत ज्यादा दूरी पर कंप्यूटर नेटवर्क को जोड़कर डाटा ट्रांसफर किया जाता है। WAN नेटवर्क द्वारा पूरी सिटी से लेकर पूरे देश और विदेश में भी जोड़े जा सकते है। इससे पूरी दुनिया के नेटवर्क से devices भी आपस में कनेक्ट किया जा सकता हैं।

इस नेटवर्क मे बहुत सारी टेक्निक प्रोटोकॉल TCP/IP, ATM, MPLS और लिज्ड लाइन कनेक्शन (Leased Line Connection) का प्रयोग होता हैं। जो आपके टीवी या कम्प्युटर को इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) के सर्वर द्वारा कनेक्ट होती हैं। इंटरनेट WAN का सबसे बड़ा उदाहरण है, इसके अलावा जैसे बैंकिंग नेटवर्क, ब्रॉडबैंड, टेलीकॉम, रेल्वे रिजर्व रिज़र्वेशन, एयर लाइन नेटवर्क आदि।

कंप्यूटर नेटवर्क का उपयोग (Uses of Computer Networks in Hindi)

अभी हमनें जाना कि कंप्यूटर नेटवर्क कितने types के होते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि इसका किस लिए और कहां कहां यूज किया जाता है? तो आइए जानते हैं कि computer networks कितना ज्यादा useful है।

  • आप आसानी से दूसरे व्यक्ति के साथ अपना डाटा, मैसेज, इंफॉर्मेशन और फ़ाइले शेयर भी कर सकते हैं और उनसे मंगवा सकते हैं। आप इंस्टेंट मैसेजिंग का प्रयोग करके जब जरूरत हो उसी समय किसी से बातचीत करके urgently file transfer कर पाते हैं।
  • इसकी सहायता से आप इंटरनेट पर डाटा शेयर कर सकते हैं और कम्प्यूटर नेटवर्क द्वारा storage भी को बढ़ा सकते हैं। इससे कई सारे hardwares की आवश्यकता घट जाती है और पैसों की भी बचत हो जाती है।
  • इससे आपके कंप्यूटर के सारे peripheral devices जैसे scanner, printer, usb drive वगैरह को भी कनेक्ट करके उनका यूज कर पाते हैं और एक ही device का प्रयोग कंप्यूटर नेटवर्किंग से जोड़ कर के बहुत से लोग इस्तेमाल कर सकते हैं। यही कारण है कि इसका प्रयोग बड़ी-बड़ी कंपनियों में, कॉलेजों, ऑफिसों में बहुत अधिक किया जाता हैं।
  • कंप्यूटर नेटवर्किंग से आप अपने मनपसंद games भी खेल सकते हैं और इतना ही नहीं इससे आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ मिलकर भिन्न-भिन्न स्थानों पर रहते हुए भी एक साथ भी games खेल पाते हैं। जैसे प्रसिद्ध गेम PUBG.
  • कम्प्युटर नेटवर्क द्वारा दूरस्थ स्थानो से अपने ईमेल, फ़ाइल या अन्य डाटा को उपयोगकर्ता टेलीफोन के माध्यम से remotely access कर सकते हैं।

कंप्यूटर नेटवर्क का इतिहास (History of Computer Network in Hindi)

सन 1960 से 1970 में network की खोज हुई थी तब उसे ARPANET यानी Advance Research Project Agency Network कहा जाता था। इसे डिपार्टमेंट ऑफ डिफेन्स ने स्थापित किया था। ये प्रायोगिक network था और इसे मुख्यतः network technology का टेस्ट करने हेतु डेवलप किया गया था।

शुरुआत में पहला computer network अमेरिका की चार मुख्य यूनिवर्सिटी के चार होस्ट कम्प्यूटर को आपस में जोड़कर बनाया गया था जिसके द्वारा उपयोगकर्ता सूचनाओं का आदान-प्रदान करते थे। सन 1972 में ARPANET के द्वारा 32 मुख्य कम्प्यूटर को कनेक्ट किया गया था।

सन 1973 में ARPANET को अमेरिका के इंग्लैंण्ड और नार्वे से जोड़ा गया। ये छोटे नेटवर्क को आपस में कनेक्ट कर के डाटा एक्सचेंज किया करता था। फिर बाद में सन् 1972 में NCSA नामक नेटवर्क का विकास हुआ और फिर NSFNET नेटवर्क का। इस तरह से विकसित होते-होते ये काफी विस्तृत नेटवर्क बना।

सन 1995 में इंटरनेट के बढ़ते हुए विकास के कारण Ethernet की ट्रांसमिशन स्पीड 10 mbps से 100 mbps बढ़कर हुई थी और 1998 में यह बढकर 1 gbps हो चुकी थी। वर्तमान समय में Ethernet को LAN के नाम से भी जानते हैं।

कंप्यूटर नेटवर्क के लाभ (Advantage of Computer Network)

वैसे तो कंप्यूटर नेटवर्क के बहुत सारे फ़ायदे हैं जिनका वर्तमान में हम सभी लोग इस्तेमाल करते है, लेकिन हम कुछ महत्वपूर्ण लाभ के बारे में आपको बताने जा रहे हैं-

  • कंप्यूटर नेटवर्क इंफॉर्मेशन, डाटा और फाइल्स, रिसोर्सेस भेजने और प्राप्त करने में बहुत सहायक है।
  • सभी यूजर्स इससे अपने कंप्यूटर devices को जोड़ कर उपयोग में के सकते हैं और एक device को कई लोगों से शेयर भी कर सकते हैं।
  • इससे applications share करके एक साथ में काम किया जा सकता है।
  • इसमें हम ग्रुप बनाकर बातचीत कर सकते हैं, ग्रुप में वीडियो कॉल भी किए जा सकते हैं।
  • आप विभिन्न यूसर्स के बीच कंप्यूटर नेटवर्क द्वारा एक साथ डाटा या फ़ाइल शेयर कर सकते हैं।
  • कंप्यूटर नेटवर्क के माध्यम से resources जैसे प्रिंटर, स्कैनर, CPU, CD ROM Drive और दूसरे hardware devices को एक साथ उपयोग या यूसर्स के बीच सोफ्टवेयर शेयर कर सकते हैं।

Conclusion:

आशा करता हूँ की इस पोस्ट से आपको कंप्यूटर नेटवर्क क्या है (Computer Network in Hindi), कंप्यूटर नेटवर्क के प्रकार और इसके बारे में अन्य जानकारी समझ मे आ गयी होगी। अगर आपका इस पोस्ट बारे मे कोई सुझाव है तो हमे कमेंट बॉक्स मे जरूर बताए हम उसे पूरी करने की कोशिश करेंगे। हमे उम्मीद है, यह पोस्ट आपको पसंद आया होगा और इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें, धन्यवाद।

2 thoughts on “Computer Network in Hindi | कंप्यूटर नेटवर्क क्या है व इसके प्रकार

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