About space in hindi | अंतरिक्ष के रहस्य क्या है व इसकी जानकारी हिंदी में

By | August 18, 2021

नमस्कार दोस्तों, आज हम इस पोस्ट में, अंतरिक्ष के बारे में बात करेंगे, जिसमे जानेंगे की, अंतरिक्ष क्या है (What is space in hindi), अंतरिक्ष के रहस्य, अंतरिक्ष का इतिहास (History of space in hindi) इत्यादि। अंतरिक्ष (Space) एक ऐसा विषय है जिसके बारे मे पूरी जानकारी पाना एक रोचक विषय रहा हैं तथा अभी भी वैज्ञानिको द्वारा इसके बारे मे निरंतर रिसर्च जारी हैं। आज इस पोस्ट द्वारा हम अंतरिक्ष से संबन्धित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी (Space information in hindi) तथा अंतरिक्ष के कुछ रोचक तथ्य (Amazing facts about space in hindi) के बारे में जानेंगे।

हम सब एक ऐसी रहस्यमयी दुनिया मे रहते हैं जिसके बारे में हम बहुत कम ही चीजें जानते हैं। अन्तरिक्ष मे मौजूद चीजें हमेशा से ही इंसान को अपनी ओर आकर्षित करती रही हैं। इसी कारण प्राचीन काल में ही हमारे पूर्वजों ने अंतरिक्ष से जुड़े कई रहस्यों पता लगाये थे। फिर इंसान ने धीरे-धीरे विज्ञान की मदद से अन्तरिक्ष में भी जाना शुरू किया तब इसके बाद अन्तरिक्ष से संबन्धित कई अन्य रहस्य का पता चला।

information about space in hindi

इस अनन्त ब्रह्मांड में अन्तरिक्ष जहां हैं वहां 8 ग्रह, अनेकों आकाशगंगा, तारे, उपग्रह, सूर्य व चन्द्रमा आदि हमे हमेशा दिखाई पड़ता हैं, अंतरिक्ष मे अनेक रहस्य है जिसकी खोज निरन्तर जारी है अन्तरिक्ष कितना बड़ा हैं इसका जवाब किसी के पास नही है, अन्तरिक्ष को हम अनादि व अनन्त कह सकते हैं क्योंकि अंतरिक्ष की कोई सीमा नहीं हैं। आज हम अंतरिक्ष के बारे में पूरी जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से About space in hindi मे विस्तार से जानेगे तो चलिए दोस्तो Antriksh या Information about space in hindi language में जानते हैं।

About Space in Hindi

अंतरिक्ष ब्रह्मांड का भाग है, आकाश में पृथ्वी से परे व आकाशीय पिंडो के मध्य विस्तृत क्षेत्र है, बाहरी स्थान पूर्ण रूप से खाली नही हैं बल्कि यह एक कठोर निर्वात है जहां कणों का घनत्व कम होता है, मुख्यता हाइड्रोजन व हीलियम का प्लाज्मा बना रहता हैं, इसके साथ-साथ विद्युत चुम्बकीय विकिरण, चुंबकीय क्षेत्र, न्यूट्रिनो, धूल व ब्रह्मांडीय किरणें आदि मौजूद रहता है। कोई ब्रम्हांडिय पिंड जैसे, पृथ्वी से दूर जो शून्य (Void) होता है, उसे Outer Space कहते हैं।

खगोल विज्ञान पृथ्वी में उपस्थित उपकरणों के सहायता से मानव द्वारा खोज अंतरिक्ष की खोज कहलाता हैं, अंतरिक्ष विज्ञान में ज्ञान भरा हुआ व निरन्तर खोज जारी हैं, क्योकि अन्तरिक्ष की विशालता वृहत हैं व अन्तरिक्ष मे अनेक चीजे मिलने की सम्भवना है, इसलिए मानव ने अंतरिक्ष में स्पेस स्टेशन निर्मित किया हैं, विभिन्न अंतरिक्ष एजेंसीयों का स्पेस मे अंतरिक्ष स्टेशन है जहाँ आज भी अंतरिक्ष की विशालता पर खोज जारी हैं।

वास्तविक में अन्तरिक्ष सिर्फ खाली जगह नहीं हैं क्योकीं तारों और ग्रहों या पिण्डों के बीच की दूरी मे जो जगह होती हैं और जिसमें चारों तरह सिर्फ व सिर्फ अंधेरा होता हैं, उसे स्पेस यानी अंतरिक्ष कहते हैं। इसमें विभिन्न तरह की कण, छोटे पिंड, और कई उल्कायें है, इसके साथ ही कई तरह के खतरनाक Radiation जैसे- Infrared सूर्य से निकलने वाली अल्ट्रा-वायलेट रेडिएशन X-rays, Gamma rays, Cosmic rays इत्यादि किरणें और चुंबकिय क्षेत्र (Magnetic field) भी मौजूद होता हैं।

कार्मन रेखा पृथ्वी के वायुमंडल और बाहरी अन्तरिक्ष के बीच एक सीमा को परिभाषित करता है। कार्मन द्वारा खींची गई रेखा के बाहर अन्तरिक्ष शुरू हो जाता हैं जो यह अदृश्य सीमा पृथ्वी से 100 किमी (62 मील) की ऊँचाई पर है। जैसे ही पृथ्वी के वायुमंडल से बाहर निकलते हैं वैसे ही स्पेस यानि अन्तरिक्ष की सीमा प्रारम्भ हो जाती हैं।

Space Meaning in Hindi

Meaning of space in hindi : स्पेस (Space) का शाब्दिक अर्थ ‘अंतरिक्ष‘ होता है इससे आशय है बाहर का क्षेत्र, जहां आसानी से पहुँचने की संभावना कम होता है। संस्कृत व वैदिक साहित्य में अंतरिक्ष शब्द का प्रयोग अनेक बार हुआ है, व अंतरिक्ष का शब्द व अर्थ हिंदी में यही से लिया गया है, पृथ्वी से तारे, प्रकाशमान, व सूर्य के बीच के स्थान को अंतरिक्ष कहा जाता है। न्यूटन के अनुसार अन्तरिक्ष एक ऐसा खाली जगह हैं जो अपरिवर्तनीय व शाश्वत है जो एक किसी चीज के रूप रेखा निर्मित करता हैं।

अंतरिक्ष विज्ञान का एक व्यापक शब्द है, जो ब्रह्मांड के अध्ययन से जुड़े विभिन्न विज्ञान क्षेत्रों की व्याख्या करता हैं। अंतरिक्ष का सामान्य अर्थ है की ये पृथ्वी के अतिरिक्त या पृथ्वी के वातावरण से बाहर की वस्तुवों का अध्ययन या पता करना हैं।

अंतरिक्ष क्या है (What is space in hindi)

अंतरिक्ष को वास्तव में खाली जगह या फिर रिक्त स्थान कहा जाता हैं परंतु वास्तव मे अन्तरिक्ष मे पृथ्वी से सूर्य व तारे के बीच धूल के कण, हाइड्रोजन व हीलियम का प्लाज्मा, तथा हल्के कण इनके मध्य पाये जाते है और कई तरह की खतरनाक रेडिएशन होती हैं।

अन्तरिक्ष मे दूरी नापने के लिए प्रकाश वर्ष का प्रयोग होता हैं, एक प्रकाश वर्ष बराबर 9.461 × 1012 Kilometres होता है। पृथ्वी से 100 किलोमीटर ऊपर आकाश में हम जाते है जहां ऑक्सिजन की सम्भवना नही होता हैं, उसे हम अंतरिक्ष कहते हैं, यहाँ आप खुलकर सांस नही ले सकते है, साथ ही Space Suits के बिना बाहर भी नहीं निकल सकते हैं।

अन्तरिक्ष एक शून्य (Vaccum) है, जहां आप ध्वनि नहीं सुन सकते हैं इसलिए आपको माध्यम की आवश्यकता पड़ती हैं। अंतरिक्ष मे सभी ग्रह, उपग्रह, तारे, नक्षत्र, उल्कापिंड, गैलेक्सी, मैग्नेटिक फील्ड व ब्लैक होल आदि मौजूद हैं तथा दो ग्रहों या दो तारों के बीच जो स्पेस हैं उसमें धुल के कण व गैसें मौजूद होता हैं, इस तरह से अन्तरिक्ष का निर्माण होता है। अन्तरिक्ष पूर्ण रूप से काला है क्योंकि अंतरिक्ष मे किसी तरह का गैस मौजूद नही हैं।

आप अन्तरिक्ष मे विभिन्न पहलुओं को देख सकते हैं आज भी वैज्ञानिक अंतरिक्ष के बारे में तथ्य जुटाने में लगे हुए है। वैज्ञानिको का मानना हैं कि ब्रम्हांड मे 10 आयाम हो सकता हैं पर वास्तव में अब तक त्रि आयाम हैं पहला आयाम है ऊपर और नीचे, दूसरा हैं दाएं और बाएं, तीसरा हैं आगे और पीछे की ओर, व एक चौथा आयाम हैं जिसे समय कहते हैं यह निरन्तर आगे बढ़ रहा है इसमें पीछे नहीं जा सकते हैं।

अंतरिक्ष के भाग (Part of Space)

यदि हम हमारे धरती के पास के अंतरिक्ष को देखते है तब इसे मुख्‍यत: 4 भाग में बांटा गया है,

1. जियोस्पेस (Geospace)
2. इंटरप्लेनेटरी स्पेस (interplanetary space)
3. इंटरस्टेलर (interstellar space)
4. इंटरगैलेक्टि (intergalactic space)

इस तरह से अंतरिक्ष को 4 भागों में बाँटा गया है, सभी जगह का अलग अलग महत्व है, एवं वर्तमान में इन सभी अन्तरिक्ष क्षेत्र में रिसर्च चल रहा है।

अंतरिक्ष के रहस्य (Facts about space in hindi)

• हमारे सौर मण्डल मे स्थित शुक्र व बुध दो ऐसे ग्रह हैं जिसके पास प्राकृतिक उपग्रह नही है। अन्तरिक्ष में तीन तरह का ब्रह्माण्ड पाये जाते हैं Spiral, Elliptical और Irregular हैं।

• अंतरिक्ष मे कोई भी आपकी आवाज नहीं सुन सकता हैं क्योंकि वहां कोई वायुमंडल मौजूद नहीं हैं, जिसके कारण ध्वनि की तरंगें एक दूसरे तक नहीं पहुँच पाती हैं।

• अन्तरिक्ष वास्तव मे पूरी तरह से शांत हैं क्योंकि वायुमंडल की कमी है, साथ ही अन्तरिक्ष बहुत ही लचीला है समय के शुरुआत से वह अपने आप मे विस्तृत होते जा रहा हैं।

• अंतरिक्ष मे अनगिनत तारे है जिसे आज तक नही गिना जा सका है, कुछ तारे तो हमेशा के लिए विलुप्त हो गए है या फिर अचानक से दिखाई देना बंद कर दिए हैं।

• अंतरिक्ष से यदि हम सूर्य को देखते है तब वह सफेद रंग का दिखाई पड़ता हैं और सौर मंडल में मौजूद सूर्य सबसे विशाल ग्रह हैं।

• अधिकतर अन्तरिक्ष यात्री स्पेस मे जाकर 3 इंच लंबे हो जाते हैं क्योंकि अन्तरिक्ष मे गुरुत्वाकर्षण कम होने से इंसान के रीढ़ की हड्डी पृथ्वी पर होने वाले खिंचाव बल से मुक्त हो जाती हैं जिससे उसकी हाईट लगभग 3 इंच तक बढ़ जाती हैं।

• अन्तरिक्ष यात्रियों का एक स्पेस सूट बनाने के लिए लगभग 12 मिलियन डॉलर यानी 1 करोड़ 20 लाख रूपये खर्च होते हैं।

• अंतरिक्ष मे 30 सेकंड सांस रोकने पर आप अपना जान गंवा सकते है, आपकी बॉडी फ्रीज हो जायेगी।

• अन्तरिक्ष मे अनन्त रहस्य छुपा हुआ है, अब तक अन्तरिक्ष मे 900 गैलेक्सी ढूंढा जा चुका हैं लेकिन अन्तरिक्ष मे 19 अरब गैलेक्सी होने का दावा वैज्ञानिक करते है, व आज भी खोज जारी हैं।

• अंतरिक्ष हमे काला इसलिए दिखाई देता हैं क्योंकि वहां स्पेस में वायु और ऑक्सीजन नहीं है इसी कारण वहां अंधेरा रहता है। सूर्य जैसे तारों के कारण ही सिर्फ ग्रहों पर प्रकाश रहता हैं।

• अन्तरिक्ष में अनगिनत आकाश गंगाये (Galaxy) हैं, जिसमें सूर्य, चंद्रमा, धरती, ग्रह, उपग्रह, उल्कापिंड, मैग्नेटिक फील्ड, ब्लैक होल और अनगिनत सितारें शामिल है। अन्तरिक्ष में हमारी गैलेक्सी का नाम मंदाकिनी (Galaxy Way) हैं, जिसमे हमारी पृथ्वी हैं।

• वैज्ञानिकों का मानना है कि इसी गैलेक्सी मे धरती जैसे दूसरे ग्रहों पर जीवन हो सकता हैं जहां पर मनुष्य से भी कई गुना ज्यादा बुद्धिमान मनुष्यजाति रहते हों।

• अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (International Space Station) का आकार फुटबॉल के मैदान जितना बड़ा हो सकता है। अन्तरिक्ष में मौजूद ये स्पेस स्टेशन हर 92 मिनिट में पृथ्वी की एक परिक्रमा पूरी करता हैं।

• अन्तरिक्ष में हमारे सौर मंडल की आयु 4.6 बिलियन साल की बताई गयी हैं। सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह बुद्ध हैं जो सूर्य के सबसे समीप है। यह सूर्य के पास होने के बावजूद सबसे गर्म ग्रह नहीं हैं।

अंतरिक्ष का इतिहास (History of Space in Hindi)

अन्तरिक्ष मे अनन्त शक्तियां है व यहाँ सम्भावनायें अधिक हैं। अंतरिक्ष का इतिहास बहुत ही पुराना है, चन्द्रमा व तारें के बारे मे खगोल शास्त्रियों ने पहले से इसका अध्ययन किया हैं। अन्तरिक्ष का अध्ययन करने के लिए डच वैज्ञानिक गैलीलियो ने पहला टेलिस्कोप बनाया था जिससे हम अन्तरिक्ष का अध्ययन करते रहे है।

साल 1961 में अंतरिक्ष मे पहली बार सोवियत संघ अनुसंधान केंद्र ने अपना पहला मिशन किया जिसमें विश्व का पहला अंतरिक्ष यात्री यूरी गागरीन को भेजा था जो कि 27 साल का था यह मिशन सफल रहा है। वही NASA ने अपने पहला मिशन में चंद्रमा के सतह पर पहुँचकर कीर्तिमान स्थापित किया हैं। NASA के अपोलो 11 अंतरिक्ष मिशन में नील आर्मस्ट्रांग कमांडर थे व इसने सफल मिशन किया व चन्द्रमा में पहुँचने वाले पहले व्यक्ति बने।

अंतरिक्ष मे भारत ने पहली बार 19 अप्रैल 1975 को अपना पहला उपग्रह सोवियत संघ के सहायता से पहला उपग्रह आर्यभट्ट स्थापित किया। भारत का प्रथम अंतरिक्ष यात्री का नाम राकेश शर्मा थे जिन्होंने 1984 में सोवियत संघ के साथ साझा अंतरिक्ष यात्री रहा था। अन्तरिक्ष मे जाने वाली प्रथम भारतीय महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला थी।

वर्ष 1969 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) की स्थापना हुई है, वर्तमान मे ISRO अपने आप मे दुनिया के श्रेष्ठ स्पेस एजेंसी में से एक है। 22 अक्टूबर 2008 को ISRO ने अपना पहला चन्द्र मिशन किया जिसका नाम चंद्रयान-1 था जो कि सफल रहा। 25 सितंबर 2014 को भारत ने मंगल ग्रह के कक्ष में मंगलयान स्थापित किया। 11 अप्रैल 2018 को ISRO ने नेवीगेशन सैटेलाइट IRNSS लॉन्च किया जो कि पूर्णता स्वदेसी है, नासा के GPS सिस्टम जितना पावरफुल हैं।

संक्षेप में

तो दोस्तों हमें उम्मीद हैं की आपको अंतरिक्ष के बारे में कुछ रोचक जानकारी (Amazing facts about space in hindi) जैसे- स्पेस या अंतरिक्ष का अर्थ क्या है, Space meaning in hindi, History of Space in Hindi पता चला होगा। वास्तव में Antriksh के बारे में जानना काफी दिलचस्प रहा है आप इसके बारे में जितना जानना चाहोगे उतनी बार इसमे अवश्य कुछ नया जुड़ा हुआ जानकारी मिलेगा।

आपको ये About space in hindi language में पढ़कर कैसा लगा हमे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। यदि आपको ये पोस्ट (Information about space in hindi) ज्ञानवर्धक व अच्छा लगा हो तो सोशल मीडिया पर व दोस्तों को ज़रूर शेयर करें। हमारे इस पोस्ट को आखिर तक पढ़ने के लिए धन्यवाद।

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