Satellite In Hindi | सेटेलाइट या उपग्रह क्या है व इसकी अन्य जानकारी

By | July 30, 2021

हैल्लो दोस्तों, आज Tech Karya हिन्दी ब्लॉग में, हम Satellite के बारे में बात करने है जिसमे बताएंगे कि, सैटेलाइट या उपग्रह क्या है (What is Satellite in Hindi), सैटेलाइट कैसे काम करता है, सैटेलाइट के प्रकार, सैटेलाइट का उपयोग और सैटेलाइट का परिभाषा क्या है? इन सभी विषयों की जानकारी विस्तृतरूप से जानेंगे, तो चलिए शुरू करते हैं कि, Satellite Kya Hota Hai?

सैटेलाइट के बारे में आपने सुना होगा परंतु हो सकता है वास्तव में आप सैटेलाइट के बारे में बहुत कम जानते हों। हमारे दैनिक जीवन के वर्तमान समय मे Satellite का बहुत योगदान हैं जैसे टीवी, रेडियो, मोबाइल में GPS Navigation आदि सैटेलाइट की वजह से संभव हो पाता है व इन सभी डिवाइस को चलाने के लिए सैटेलाइट फ्रीक्वेंसी प्रोवाइड करता है, आज के समय मे सारे उपकरण सैटेलाइट के माध्यम से ऑपरेट हो रहा है। भारत का पहला कृत्रिम उपग्रह आर्यभट्ट है जिसे 19 अप्रैल 1975 को लांच किया गया था इसे ISRO ने बनाया था, पर सेवियत संघ रूस के अंतरिक्ष संगठन के मदद से लांच किया गया था।

satellite kya hai hindi

सैटेलाइट विभिन्न प्रकार की क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान करता हैं जैसे, दुनिया भर मे टेलीविजन कार्यक्रमों का प्रसारण, रिमोट फोन कॉल, मौसम की जानकारी, समाचार रिपोर्ट, ओला / उबेर टैक्सी बूकिंग, गूगल मैप, वाहन ट्रैकिंग, किसी स्थान या दुश्मन देश पर निगरानी करना, जीपीएस नेवीगेशन और भी बहुत कुछ, ये सभी विभिन्न तरह की जानकारी पाने हेतु सैटेलाइट की मदद से ही जाती हैं। इस पोस्ट मे चलिये जानते हैं की, सैटेलाइट क्या है, सैटेलाइट की विशेषताओं और इसके प्रकारों को समझते हैं।

Satellite Meaning in Hindi

Satellite ka hindi meaning : Satellite को हिंदी में ‘उपग्रह’ कहते है। ‘उपग्रह’ शब्द का अर्थ एक ऐसी वस्तु है जो पृथ्वी या अंतरिक्ष में किसी ग्रह पिंड के चारों ओर कक्षा में चक्कर लगाता है। उपग्रह दो प्रकार के होते है, पहला प्राकृतिक उपग्रह व दुसरा है, कृत्रिम उपग्रह

प्राकृतिक उपग्रह वह उपग्रह होते है जो मानव द्वारा निर्मित नहीं होते हैं, उदाहरण- चंद्रमा पृथ्वी का एक प्राकृतिक उपग्रह है क्योंकि यह पृथ्वी की कक्षा में चारों ओर चक्कर लगाता है। कृत्रिम उपग्रह, यह मानव निर्मित उपग्रह होता है, जिसे विभिन्न देश के अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान से लांच किया जाता है जो कि पृथ्वी के ऑर्बिटल में पृथ्वी का 24×7 चक्कर लगाता है। जैसे- Sputnik 1, Rohini Satellites.

Satellite Definition in Hindi

Satellite वह वस्तु है जो प्राकृतिक रूप से या मानव द्वारा निर्मित होती हैं। जो वस्तु अंतरिक्ष में किसी अन्य बड़ी वस्तु (ग्रह) की परिक्रमा करती है, उसे उपग्रह कहते हैं। यह किसी भी ग्रह की कक्षा पथ में वृत्ताकार या अण्डाकार हो सकती है। बड़ी वस्तु अपने चारों ओर घूमने वाली सभी छोटी वस्तुओं को धारण करती हैं और उन्हें जीवन, प्रकाश, ऊष्मा और ऊर्जा प्रदान करती है। उदाहरण के लिए- पृथ्वी सुर्य का एक प्राकृतिक उपग्रह हैं क्योंकि यह सूर्य की परिक्रमा करती है।

सैटेलाइट क्या है (What is Satellite in Hindi)

सैटेलाइट को हम आसानी से समझ सकते है यह एक छोटा ऑब्जेक्ट होता हैं जो अपने से बड़े ऑब्जेक्ट के चारों तरफ अन्तरिक्ष मे 24×7 परिक्रमा करता है। हमारी पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाने वाले चंद्रमा को भी एक Satellite कह सकते हैं पर यह पृथ्वी का एक मात्र प्राकृतिक सैटेलाइट है जो इंसान के कंट्रोल या फिर किसी टेक्नोलॉजी के हिसाब से नहीं चलता हैं पर चन्द्रमा के परिक्रमण के आधार पर मानव ने अपने इन्वेंशन मे कृत्रिम सैटेलाइट बनाया व उसे पृथ्वी की कक्षा में परिक्रमण के लिए छोड़ा हैं जो कि वर्तमान मे मानव के विकास मे बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है व मानव जीवन की विकास की साधनों में से एक हैं।

मानव द्वारा निर्मित सैटेलाइट एक छोटे से टीवी के आकार से लेकर एक घर जितना बड़ा हो सकता है, साइज़ के अनुसार ही काम कि निर्भरता होता है। सैटेलाइट के दोनों तरफ सोलर पैनल लगे होता हैं जिससे सेटेलाइट को सूर्य किरण से ऊर्जा मिलता है व बिजली मे कन्वर्ट होता है, वहीं सेटेलाइट के मध्य मे ट्रांसमीटर व रिसीवर होता हैं जिसके माध्यम से सिग्नल को रिसीव या भेजने का काम किया जाता हैं, इसके साथ ही कुछ कण्ट्रोल मोटर भी लगे रहते हैं जिसके सहायता से धरती से मनुष्य सेटेलाइट को रिमोट द्वारा नियंत्रित कर सकते हैं व उसकी स्थिति को बदल सकते हैं, या फिर उपग्रह का एंगल भी बदलना होता हैं तो सारी चीजें इस कण्ट्रोल मोटर के माध्यम से करते हैं।

सैटेलाइट को विभिन्न कार्यों के लिए बनाया गया हैं, आपको वह ऑब्जेक्ट सेटेलाइट में देखने को आसानी से मिल जाता हैं जैसे उपग्रह को पृथ्वी पर चक्रवात की इमेज लेने के लिए बनाया गया है, सैटेलाइट में बड़े कैमरे भी लगे होते है जो समुद्र को पूरी तरह से कवर करता है या फिर स्कैनिंग के लिए बनाया गया होता हैं तब आपको उसमे स्कैनर देखने को मिल जायेंगे वह भी उच्च क्वालिटी का स्केनर, यह सब Satellite के वर्क में निर्भर करता हैं।

सैटेलाइट के प्रकार (Types of Satellite in Hindi)

सौरमंडल में पृथ्वी, चंद्रमा सहित बहुत सारे उपग्रह मौजूद हैं। इसलिए, अंतरिक्ष मे ग्रहों के अस्तित्व के आधार पर उपग्रहों को दो मुख्य श्रेणियों में बांटा गया हैं:

  1. प्राकृतिक उपग्रह (Natural Satellite)
  2. कृत्रिम उपग्रह (Artificial Satellite)

प्राकृतिक उपग्रह (Natural Satellite)

वह उपग्रह जो मानव निर्मित नहीं हैं, वो प्राकृतिक उपग्रह कहलाते हैं, उदाहरण के लिए- पृथ्वी, बृहस्पति, यूरेनस, शनि, नेपच्यून और मंगल जैसे ग्रह एक अपने एक निश्चित कक्षा में सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करते हैं इसलिए इन सभी ग्रह को सूर्य का प्राकृतिक उपग्रह कहते है। चंद्रमा भी पृथ्वी का एक प्राकृतिक उपग्रह हैं क्योंकि यह पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमा करता हैं। प्राकृतिक उपग्रहों को चंद्रमा कहा जाता हैं।

गैलेक्सी में सूर्य अरबों सितारों में से अपनी एक अलग पहचान रखता है जो पूरे सौर मंडल को धारण करता है। यह सौर मंडल में केंद्रीय स्थान लेता है और ग्रहों को सभी संसाधन प्रदान करता है। सौर मंडल में कुल 218 से अधिक प्राकृतिक उपग्रह हैं। इन ग्रहों मे अधिकतर चंद्रमा होते हैं, जो बड़े व छोटे ग्रहों और अन्य सौर मंडल के ग्रह पिंडों की परिक्रमा करते हैं, लेकिन इनमें से कुछ ही ग्रह बहुत बड़े होते हैं तथा उनका आकार काफी गोलाकार होता है। जैसे- बृहस्पति और शनि ग्रह।

कृत्रिम उपग्रह Artificial Satellite

वह उपग्रह जो मानव निर्मित होती है, कृत्रिम उपग्रह कहलाती हैं। यह पृथ्वी और सौर मंडल के अन्य ग्रहों की परिक्रमा करती हैं। मानव निर्मित उपग्रह को रॉकेट द्वारा लॉन्च किए जाते हैं, जो पृथ्वी की सतह से लंबवत निकलते हैं इसके बाद ये अंतरिक्ष में पृथ्वी या अन्य ग्रहों की कक्षा में स्थापित हो जाते हैं। कृत्रिम उपग्रह को उपग्रह कहा जाता है।

कृत्रिम उपग्रहों का उपयोग टेलीविजन प्रसारण, सूचनाएं एकत्र करने, लोगों को संचार करने में मदद करने, पृथ्वी या अन्य ग्रहों का अध्ययन करने और यहां तक ​​कि दूर के ब्रह्मांड को देखने के लिए भी किया जाता है। मनुष्यों द्वारा अंतरिक्ष में स्थापित दुनिया का सबसे पहला उपग्रह स्पुतनिक 1 हैं जिसे 1957 में सोवियत संघ द्वारा लॉन्च किया गया था। मानव द्वारा अंतरिक्ष में प्रक्षेपित कुछ कृत्रिम सैटेलाइट के नाम Sputnik 1, Rohini, Vanguard 2E, Luna 2, Ranger 6, Aryabhata, Bhaskara-1 और Chandrayaan-1 इत्यादि हैं।

सैटेलाइट कैसे काम करता है (How to Satellite Works)

आपके मन मे यह सवाल होगा कि सैटेलाइट कैसे काम करता है, ऐसे मे आप यह जान गए होंगे कि Satellite ka hindi meaning एवं उपग्रह क्या होता है, अब जानते हैं, सैटेलाइट अंतरिक्ष मे खुले ब्रम्हांड में कैसे टिके रहते हैं या कैसे काम करते है?

सैटेलाइट वास्तव में यह धरती पर गिरता नही या फिर यह अंतरिक्ष मे खो क्यों नही जाता है, इसका कारण बहुत ही सिंपल हैं जैसे अगर किसी भी चीज को अन्तरिक्ष में रखना हैं या उसे रहना पड़ता हैं तब उसे अपनी गति से अपने से बड़े किसी ऑब्जेक्ट का चक्कर लगाना होता है, साथ ही उसकी स्पीड पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल को अपने ऊपर हावी नहीं होने देता है। गुरुत्वाकर्षण बल के कारण ही सेटेलाइट अंतरिक्ष मे ठहरता है, इसी नियम के आधार पर वर्क करता है। इसमे एनर्जी के लिए सोलर पैनल लगे होते है जिससे सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदला जाता है इस तरह से सैटेलाइट कार्य करता हैं।

मुख्यतः उपग्रहो को हम आज के समय मे कम्युनिकेशन के लिए काम मे लाते हैं इससे काफी आसानी से कम्युनिकेशन डेवेलप होता है, क्योंकि रेडियो व ग्राउंड वेब पृथ्वी मे पूरी तरह से कम्युनिकेशन में काम नहीं आता हैं इसलिए ज्यादातर सैटेलाइट का उपयोग कम्युनिकेशन के काम में लिया जा रहा हैं।

सैटेलाइट का उपयोग (Uses of Satellite in Hindi)

मिलिटरी सैटेलाइट: मिलिटरी सैटेलाइट का उपयोग दुश्मन देश की वस्तुओं की जासूसी, सर्वेक्षण और ट्रैक करने के लिए करते है। ये उपग्रह दुश्मन की वस्तु की उपस्थिति वाले जगह को स्कैन करते हैं और मेजबान देश को वहां की तस्वीरें और जानकारियां उपलब्ध कराते हैं।

मौसम का पूर्वानुमान: सेटेलाइट द्वारा पृथ्वी पर मौसम का पूर्वानुमान करने, जलवायु की स्थिति की निगरानी करने, तूफान, चक्रवात और अत्यधिक बारिश जैसी किसी भी मौसम की स्थिति की भविष्यवाणी करने और आपदाओं से प्रभावी तरीके से निपटने में मदद करती हैं।

नेविगेशन: सैटेलाइट की सहायता से नेविगेट करके एक स्थान से दूसरी स्थान तक आसानी से पहुँच सकते हैं और एक ही जगह बैठे एक स्थान से दूसरे स्थान तक की दूरी जान सकते हैं व उसके आस-पास कौन-कौन सी चीजें मौजूद हैं। नेविगेशन के लिए GPS लोकेटर का प्रयोग करते है जो सैटेलाइटों कनेक्ट होती हैं।

टेलीफोन: सैटेलाइट पृथ्वी के किसी भी कोने जगह पर किसी भी व्यक्ति के साथ वायरलेस टेलीफोन कनेक्टिविटी करने में मदद करता हैं तथा यह किसी भी मौसम में कार्य करता हैं।

DTH टेलिकास्टिंग या टेलीविजन: हम किसी भी केबल का प्रयोग किये बिना सैटेलाइट से लाइव टीवी कार्यक्रम देखे सकते हैं जैसे- टीवी कार्यक्रम, क्रिकेट का फुटेज सैटेलाइट सिग्नल द्वारा प्रसारित किया जाता हैं।

जलवायु व पर्यावरण निगरानी: सेटेलाइट द्वारा जलवायु परिवर्तन रिसर्च के बारे मे जानकारी प्राप्त करने के लिए बेहतरीन स्रोत हैं। उपग्रह समुद्र के तापमान की निगरानी करते हैं। उपग्रह ग्लेशियरों के बदलते आकार को माप सकते हैं, जो जमीन से इसके बारे में पता करना मुश्किल हैं।

संक्षेप में:

जैसा की आपने जाना की सेटेलाइट क्या है, सैटेलाइट कम्युनिकेशन ने इंडस्ट्रीज को बिज़नस मे बदलाव लाने मे बहुत मदद की हैं। सैटेलाइट टेक्नालजी का प्रयोग करके नए-नए मोबाइल एप्लिकेशन बनाए गए हैं जिसका इस्तेमाल हम नेविगेशन व अन्य जानकारीयां पाने के लिए करते हैं तथा यह स्टेकहोल्डरों को बिज़नस से जोड़ता हैं।

हमें उम्मीद है मेरे द्वारा दी गयी जानकारी Satellite ka hindi meaning, Upgrah kya hai तथा Satellite kaise kam karta hai इत्यादि आपके लिए उपयोगी व ज्ञानवर्धक साबित हुई होगी। अगर आपको ये पोस्ट Satellite kya hota hai अच्छा लगा हो, तो इसे अपने दोस्तों और सोशल मीडिया पर ज़रूर शेयर करें, ताकि उन सबको भी ये जानकारी मिल पायें। अगर इस पोस्ट से संबन्धित कोई भी सवाल व सुझाव हैं तो आप कमेंट बॉक्स मे बता सकते हैं, धन्यवाद!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *