शेयर मार्केट क्या है व इसे कैसे सीखे? | What is Share Market in Hindi?

By | December 10, 2022

नमस्कार दोस्तों, आप सभी का Tech Karya में स्वागत है। दोस्तों आज हम इस ब्लॉग मे जानेंगे, शेयर मार्केट क्या है (What is share market in hindi), शेयर मार्केट कैसे काम करता है, शेयर मार्केट कैसे सीखे, इसमे कैसे इन्वेस्ट करें, शेयर मार्केट के फायदे और नुकसान, इत्यादि के बारे मे इस पोस्ट मे जानेंगे। अक्सर शेयर मार्केट को लेकर आम लोगों का यह विचार रहता है कि शेयर मार्केट एक जुआ की तरह है, इसमे अगर कोई इन्वेस्टमेंट करेगा तो उसका पैसा डूब जाएगा। लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है। इसके लिए शेयर मार्केट के बारे में अच्छी जानकारी होना बहुत जरूरी हैं। तो आज हम इसी ब्लॉग पर शेयर मार्केट की जानकारी के बारे मे पढ़ेंगे। आइए, जानते हैं, Share market kya hai इसके बारे में विस्तार से।

What is share market in hindi

 

वर्तमान समय में शेयर बाजार हमारी अर्थव्यवस्था में काफी आकर्षक तत्व है, और यह देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का काम कर रही है। और आज के समय में चाहे वह समाचार हो या फिर आपका कार्यालय हो ऐसे में आप ने लोगों को इस के चढ़ने तथा उतरने पर चर्चा करते सुना ही होगा, और इसके साथ ही आपने यह भी सुना होगा कि हर कोई शेयर बाजार तथा इसके आशाजनक मुनाफे के बारे में हमेशा बात करते है, और ऐसे में आप ने भी आज के समय में इस में हाथ आज़माने में दिलचस्पी महसूस किया होगा।

आपको यहाँ सिर्फ एक ही चीज़ रोक रहा होगा, वह बाज़ार तथा उसके काम करने के तरीके होगी क्योंकि स्टॉक मार्केट क्या है? इसके बारे में सभी लोग नही जानते है, और यह कैसे कार्य करता है, इस पर भी प्रश्न होता है, ऐसे में इस पोस्ट के अंत तक को ध्यान से पढ़े, इसमें शेयर बाजार से संबंधित सभी जानकारी मौजूद है।

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Meaning of Stock market in Hindi

शेयर मार्केट एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां Buyer और Seller दिन की ट्रेडिंग समय शुरू होने के दौरान सार्वजनिक रूप से लिस्ट हुए शेयरो पर ट्रेड करने के लिए एक साथ इकठ्ठा होते हैं।

शेयर मार्केट क्या है (What is Share Market in Hindi)

शेयर मार्केट दो शब्दो से मिलकर बना है, पहला शेयर और दूसरा मार्केट, जहाँ पर शेयर का मतलब होता है “हिस्सा” और मार्केट यानि “बाज़ार” जहाँ से खरीदी और बिक्री की जाती हैं, इसलिए शेयर मार्केट का शाब्दिक अर्थ होता है किसी कंपनी के हिस्सेदारी को एक जगह पर खरीदने और बेचने का स्थान। शेयर मार्केट एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहां स्टॉक के खरीदार और विक्रेता (प्रतिभागीयों) द्वारा कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं। खरीदार और विक्रेता यानि प्रतिभागी या तो निवेशक (Investors) हो सकते है या व्यापारी (Traders) जो लंबे समय या कम समय में मुनाफा कमाना चाहते हैं।

शेयर मार्केट को स्टॉक मार्केट भी कहा जाता है। शेयर मार्केट या स्टॉक मार्केट एक ऐसा बाजार है जहाँ दुनिया भर के बहुत से कंपनियों के शेयर ख़रीदे और बेचे जाते हैं। आपको बता दे कि यह एक ऐसी जगह है जहाँ पर कुछ लोग या तो बहुत ज्यादा पैसे कमा लेते हैं या फिर अपने बहुत सारे पैसे गवा देते हैं। आज के समय में किसी कंपनी का शेयर खरीदने का अर्थ है उस कंपनी में हिस्सेदार बन जाना, और जिस भी कम्पनी का आप शेयर लेते है, तब उनके फायदे में आपको फायदा है और उनके नुकसान में आपका नुकसान होता है।

आज के समय में आप जितना पैसा किसी कंपनी के शेयर में लगाते है, आपको उसी के हिसाब से कुछ प्रतिशत इस कंपनी का हिस्सेदारी मिलता है, और आप उस कंपनी के शेयर धारक बन जाते है। इसका अर्थ यह है कि यदि उस कंपनी को भविष्य में मुनाफा होता है, तब आपके लगाये हुए पैसे से दुगना पैसा आपको मिलेगा और यदि उस कंपनी को घाटा होता है, तब आपको एक भी पैसे नहीं मिलेगा और आपका पैसा डूब जाने की संभावना होती है।

आज के समय में जिस तरह शेयर बाजार में पैसे बनाना आसान है, उसी तरह से ठीक, यहाँ पैसे गवाना भी उतना ही आसान है। क्योंकि हमेशा शेयर बाजार में उतार चढ़ाव बना रहता है। ऐसे में आपको सही समय का चुनाव करना होगा। भारत में, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) दो मुख्य शेयर बाजार के प्लेटफॉर्म हैं जहां पर अधिकांश स्टॉक की ट्रेडिंग होती हैं। BSE और NSE में कंपनियों के शेयर्स लिस्टेड होते है ताकि निवेशक ब्रोकर के माध्यम से शेयर्स को आसानी से खरीद और बेच सकते हैं।

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शेयर मार्केट के प्रकार (Types of Share Market in Hindi)

शेयर मार्केट को दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है: पहला प्राथमिक बाजार और दूसरा द्वितीयक बाजार।

प्रायमरी मार्केट (Primary Market)

जब कोई कंपनी अपने शेयरों के माध्यम से धन जुटाने के लिए स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchange) में पहली बार अपना रजिस्ट्रेशन कराती है, तो वह प्राथमिक बाजार में प्रवेश करती है। इसे Initial Public Offering (IPO) कहा जाता है, जिसके बाद कंपनी सार्वजनिक रूप से पंजीकृत हो जाती है और इसके बाद उस कंपनी के शेयरों को इच्छुक निवेशकों द्वारा बाजार में खरीदी और बिक्री की जा सकती हैं।

सेकंडरी मार्केट (Secondary Market)

प्रायमरी मार्केट मे IPO के जरिए बेची गई सिक्योरिटीज का दुबारा खरीदी व बिक्री अथवा ट्रेडींग करने का कार्य किया जाता है। यहां निवेशकों को मौजूदा बाजार कीमतों पर शेयरों को आपस में खरीदने और बेचने का मौका मिलता है। स्टॉक एक्सचेंज के जरिए शेअर बाजार में लिस्ट हुई कंपनीयों के सिक्योरिटीज का भी सेकंडरी मार्केट में ही buy और sell किया जाता है। सिक्योरिटी या इक्विटी का बड़े पैमाने पर ट्रेडिंग सेकंडरी मार्केट में किया जाता है। सेकंडरी मार्केट में इक्विटी मार्केट और डेब्ट मार्केट का समावेश होता है।

शेयर मार्केट कैसे काम करता है (How Stock Market Works in Hindi)

शेयर मार्केट कंपनियों को ऑपरेट करने के लिए स्टॉक के शेयरों को बेचकर एक बड़ी रकम जुटाने में मदद करती है, और यह इंडिविजूयल निवेशकों के लिए एक अच्छा पैसा बनाकर देता हैं। कंपनियां निवेशकों को अपनी ऑनरशिप की हिस्सेदारी बेचकर शेयर मार्केट से पैसे इकठ्ठा करती हैं। इस ऑनरशिप इक्विटी हिस्सेदारी को स्टॉक के शेयर के रूप में जाना जाता हैं।

स्टॉक मार्केट बनाने वाले स्टॉक एक्सचेंजों (Stock exchanges) पर सेल करने के लिए शेयरों को लिस्टिंग किया जाता हैं जिससे कंपनियों को किसी से ऋण लेने के बजाय अपने बिजनेस को चलाने और उसे बढ़ाने के लिए आवश्यक पूंजी प्राप्त हो जाती है। कंपनी आम जनता को अपने स्टॉक बेचने के विशेषाधिकार के बदले में, कंपनियों को अपने बिजनेस के बारे की जानकारी देनी पड़ती है जैसे की उनका व्यवसाय क्या है, प्रॉफ़िट, लॉस तथा कैसे ऑपरेट करती हैं इत्यादि।

निवेशक शेयर मार्केट में विभिन्न कंपनी के शेयरों मे अपने पैसे निवेश करते है, जैसे-जैसे कंपनियां उस पैसे को अपने व्यवसायों के विकास और विस्तार के लिए लगाती हैं, कंपनी के अच्छे प्रदर्शन पर निवेशको के शेयरो के भाव बढ़ने लगते है जिससे निवेशको को लाभ होते हैं क्योंकि समय के साथ-साथ उनके शेयरों के मूल्य अधिक बढ़ जाते हैं, जिससे कैपिटल पूंजीगत में लाभ होता हैं। इसके अलावा, कंपनियां को लाभ होने पर अपने शेयरहोल्डर को लाभांश (Dividends) भुगतान करती हैं क्योंकि उनका मुनाफा बढ़ता हैं।

आज के समय में भारत में स्टॉक मार्केट या फिर शेयर बाजार मांग तथा पूर्ति यानी डिमांड व सप्लाई के नियम पर काम करता है। शेयर मार्केट में निवेशक BSE या फिर NSE स्टॉक एक्सचेंज के द्वारा शेयर को खरीदता तथा बेचता है। और आज के समय में सेंसेक्स तथा निफ्टी इंडिया की टॉप कंपनियों के प्रदर्शन को दिखाने का काम करता है।

वर्तमान समय में शेयर बाजार छोटी और बड़ी दोनो तरह की कंपनियों को मौका देता है कि वह आप और हम जैसे लोगों से पैसा जुटा सके तथा अपने बिजनेस को बड़ा कर सकें जिसके बदले में कंपनियां आपको अपना शेयर पैसे के बदले प्रदान करता है। इसे हम आसान शब्दों में कहे तब, आप शेयर मार्केट को एक ऐसा बाजार समझिये बड़े कंपनियों का शेयर खरीदकर आप भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में हिस्सेदार (shareholder) बन सकते है। वर्तमान समय में आप रिलायंस, इंफोसिस, टाटा, और टीसीएस जैसी जानी मानी कंपनियों का शेयर खरीद कर पैसा लगा सकते हैं। तथा जब कंपनियां मुनाफा करता है, तब शेयर का भाव बढ़ने लगता है, और आपको भी प्रॉफिट होने लगता है।

शेयर मार्केट कैसे सीखे (How to Learn Share Market in Hindi)

जैसे-जैसे इंटरनेट का दौर बढ़ रहा है, शेयर मार्केट में भाग लेना अधिक आसान हो गया है। अब आप अपने घर में आराम से बैठकर इक्विटि यानि शेयर मे ट्रेड कर सकते हैं और अधिक रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, लोगो मे एक गलत धारणा है कि शेयर मार्केट के बारे में सीखना बहुत चुनौतीपूर्ण होता है। आज के समय मे ऐसे कई ऑनलाइन टूल्स और संसाधन उपलब्ध है जो किसी नौसिखिए व्यक्ति को स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग की मुख्य बातें समझने में मदद करते हैं। शेयर मार्केट को कैसे सीख सकते है, इसके बारे मे जानने की एक आसान सूची नीचे दी गई है।

किताबे पढे

किसी भी विषय के बारे मे जानने के लिए उस पर लिखी गई किताबें पढ़ना एक अच्छा तरीका है। इसी तरह आप विभिन्न तरह की बुक्स जैसे स्टॉक ट्रेडिंग, निवेश रणनीतियों और सफल निवेशकों के ऊपर लिखी गई किताबों को पढ़कर समझ तथा सीख सकते हैं।

सलाहकार चुने

आप एक किसी अच्छे सलाहकार द्वारा दिये गए मार्गदर्शन के साथ शेयर मार्केट को समझ और सीख सकते हैं। एक अनुभवी और अच्छी तरह से सूचित सलाहकार आपको शेयर मार्केट की मुख्य बातें समझाने में मदद करता है और शेयर मार्किट की अंदर की जटिलताओं से आपका मार्गदर्शन कर सकता हैं। आपका सलाहकार वित्तीय क्षेत्र (financial sector) से संबन्धित कोई भी हो सकता है जैसे entrepreneur, दोस्त, पड़ोसी या रिश्तेदार भी हो सकता है जिसकी इस विषय पर अच्छी नॉलेज है।

ऑनलाइन कॉर्स

स्टॉक ट्रेडिंग सीखने के लिए ऑनलाइन कोर्स और लाइव क्लास जैसे कुछ बेहतरीन तरीके हैं। आपको लाइव क्लासेस और एकेडमी का चयन सावधानीपूर्वक करना चाहिए। सभी सेमिनार, क्लासेस या कोर्स ट्रेडिंग सीखने के लिए अच्छे नहीं होते हैं। लोगो को शेयर बाजार की जानकारी होने के साथ-साथ बढ़ते इंटरनेट ने इसकी जानकारी अधिक लोगो तक पहुँचाने में मदद की है। आप ऐसे कई साइटों द्वारा दिये जाने वाले सर्टिफाइड कोर्स ले सकते हैं और शेयर बाजार के बारे में जरूरी नॉलेज प्राप्त कर सकते हैं।

मार्केट विश्लेषण

शेयर बाजार मे निवेश करने के लिए प्रयोग होने वाली बहुत सी रणनीतियां मार्किट एनालिसिस करने से आती है। शेयर बाजार से संबन्धित होने वाली खबरों से खुद को हमेशा अपडेट रखें। इसमे पिछले ट्रेंड का विश्लेषण करें और उस पैटर्न को पहचाने जिसमें शेयर बाजार अच्छा काम करता है। शेयर बाजार राजनीतिक, आर्थिक और दुनियाभर मे होने वाली घटनाओं से प्रभावित होता है। किसी विशेष स्टॉक की बेहतर प्रदर्शन देखने के लिए आप टेक्निकल एनालिसिस चार्ट भी पढ़ सकते हैं, जिसमे आप समझ सकते है कौन से स्टॉक को सेलेक्ट करना है तथा उसके किस किमत पर।

डीमैट अकाउंट खोलना

शेयर मार्किट मे स्टॉक्स मे ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना बहुत जरूरी है, और डीमैट अकाउंट में हमारे शेयर के पैसे रखे जाते हैं और जिस तरह की हम किसी बैंक के खाते में अपना पैसा रखते हैं ठीक उसी तरह से हम यदि शेयर मार्केट में निवेश कर रहे हैं तब उसके लिए डीमैट अकाउंट की अवश्यकता होती है। यदि आप आज के समय में एक ब्रोकर के पास से अपना अकाउंट खुलवायेंगे तब आपको उससे ज्यादा फायदा होगा, क्योंकि आपको एक अच्छा सपोर्ट मिलेगा तथा दूसरा आपके निवेश के हिसाब से ही वह आपको अच्छी कंपनी सजेस्ट करते हैं जहाँ आप अपने पैसे लगा सकते हैं।

ट्रेडिंग शुरुआत

स्टॉक मार्केट के बारे में सीखने का सबसे अच्छा तरीका इसमे ट्रेडिंग प्रेक्टिस की शुरुआत करना है। आप शुरुआती दौर मे छोटी मात्रा के साथ सुरक्षित तरीके से ट्रेडिंग की शुरूआत कर सकते हैं। जब एक बार आप समझ जाते हैं कि बाजार कैसे कार्य करता है, तो आप अपने इस ट्रेडिंग प्रेक्टिस को बढ़ा सकते हैं।

How to Invest in Share Market in Hindi

वर्तमान में आप यदि शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते है, तब आपको निवेश शुरू करने के लिए डीमैट तथा ट्रेडिंग खातों की जरूरत होती है। और इसके बाद आपको निवेश करने के लिए बजट तय करना होगा क्योंकि यह निवेश का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। और इसके अलावा आपको यह विश्लेषण करना है कि क्या वार्षिक एकमुश्त निवेश करना आपके लिए अनुकूल होगा या फिर मासिक आधार पर अधिक आकर्षक साबित होगा।

आज के समय में जब आप यह सब पता लगा लेते हैं, ऐसे में आप निफ्टी जैसे सूचकांकों के लिए तैयार है। अब आप स्पॉट ट्रेडिंग और डेरिवेटिव ट्रेडिंग कर सकते है। आज के समय में निफ्टी में निवेश करने का सबसे सरल तरीका यह है कि किसी अच्छे कंपनी की स्टॉक यानी शेयर को खरीदना है। और जब आप किसी कंपनी का शेयर खरीदते हैं तब आप उनकी कीमत बढ़ने पर आसानी से आप पूंजीगत लाभ का फायदा उठा सकते हैं। और वहीं डेरिवेटिव एक तरह वित्तीय अनुबंध हैं, और यह स्टॉक, कमोडिटीज, व मुद्राएं आदि में हो सकते हैं। और इस पद्धति के साथ, पार्टियां भविष्य की तारीख में अनुबंध का निपटान करने के लिए सहमत रहता है, तथा भविष्य में अंतर्निहित परिसंपत्ति केमूल्य पर दांव लगाकर लाभ कमाने का कार्य करती है।

शेयर मार्केट में कंपनियां शेयर क्यों जारी करती हैं?

कंपनी को अपने शेयर इशू करने का मुख्य उद्देश्य ये होता है की वह निवेशकों से फंड इकठ्ठा कर सके, फिर इच्छुक निवेशक उस कंपनी के शेयर मे पैसे निवेश करते हैं। ये पैसा कंपनियों द्वारा अपने व्यवसाय का विस्तार करने, कंपनी के ग्रोथ या लोन चुकाने में उस पैसे का इस्तेमाल किया जाता हैं। कंपनी विभिन्न प्रकार के शेयर जारी करती है जैसे: प्रेफेरेंस शेयर, आर्डिनरी शेयर, बिना वोटिंग अधिकार के शेयर या कानून के तहत स्वीकृत कोई अन्य शेयर। ये निवेशकों या शेयरधारकों को कंपनी की इक्विटी यानि शेयर में हिस्सेदारी के साथ-साथ लाभांश (Dividends), कंपनी के मुनाफे में हिस्सेदारी और शेयरधारकों की आम बैठकों में मतदान करने की योग्यता का अधिकार भी देती हैं।

किसी भी कंपनी में शेयरधारक बनने के साथ-साथ यह रिस्क भी हो सकता है की कंपनी के शेयर की कीमत में किसी कारण गिरावट भी हो सकती है जिससे आप अपनी पैसे को खो सकते हैं जिस शेयर मे आपने निवेश किया था। यदि कोई कंपनी पूरी तरह से डूब जाती है तो आपके पास उस कंपनी की संपत्ति के अपने हिस्से का दावा करने का अधिकार होता है, जब उसके सभी कर्ज़ खतम हो जाते हैं।

आपके पास कंपनी के शेयर खरीदने के दो तरीके हैं। पहला आप स्टॉक तब खरीद सकते हैं जब स्टॉक को पहली बार कंपनी के आईपीओ (Initial Public Offering) के माध्यम से स्टॉक मार्केट मे लिस्ट किया जाता है। इसे एक प्राइमरी मार्केट भी माना जाता है अथार्थ जब कोई कंपनी अपने बिज़नेस की शुरुआत या विस्तार करना चाहती है तो कंपनी अपने शेयरों को शेयर मार्केट मे लिस्ट करती हैं। दूसरा तरीका आप स्टॉक एक्सचेंजों के माध्यम से सेकंडरी मार्केट में भी स्टॉक खरीद सकते हैं जहां पर स्टॉक खरीदा और बेचा जाता हैं।

शेयर इशू करने के ऐसे कई मुख्य कारण हैं जिससे कोई कंपनी पैसे इकठ्ठा करने के लिए स्टॉक जारी करती है। नीचे कुछ सामान्य कारण शामिल हैं:

  • पैसे इकठ्ठा करने के लिए
  • बिज़नेस बढ़ाने के लिए
  • इन्वेंटरी बढ़ाने के लिए
  • कर्ज कम करने के लिए
  • नये प्रॉडक्ट का डेवलेपमेंट
  • नये उपकरण खरीदने के लिए
  • नए इमारत खरीदने के लिए
  • विलय या अधिग्रहण की तैयारी के लिए
  • कर्मचारियों का विस्तार और वृद्धि करने के लिए
  • कंपनी के मूल्य में सुधार करने के लिए

शेयर बाजार के नियम

वर्तमान समय में यदि आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तब आपको निम्न नियम को ध्यान में रखना होगा–

• सबसे पहले आप एक सही दलाल चुन ले।
• आप निवेश करने से पहले रिसर्च कर ले, इससे आपको किसी तरह का घाटा नही होगा।
• आप व्यवसाय चुनें न कि स्टॉक्स, ब्रांड नाम पर निवेश करते है तब आप हमेशा फायदे में रहेंगे।
• भावनाओं को साइड में रखकर, आप हमेशा तर्क के साथ निवेश करे, इससे आपको भविष्य में फायदा होता है।
• आप हानि-विराम आदेश का उपयोग कर ले ।
• आप निवेश करते समय इस बात का ध्यान रखे कि आप किसी से उधार न ले, भविष्य में यदि शेयर डूब जाता है तब आपको काफी नुकसान हो सकता है।
• आप हमेशा एक विविधतायुक्त पोर्टफोलियो रखें ताकि आपको भविष्य में किसी तरह का समस्या न आए।
• हमेशा तथ्य को ध्यान में रखकर आप निवेश करे, इससे आपको निवेश करने में आसानी होगी।
• हमेशा आप अपने ग्रोथ को ध्यान में रखे ताकि आपको किसी तरह की समस्या न आए।

शेयर बाजार के फ़ायदे

वर्तमान समय में यदि आप शेयर बाजार में निवेश कर रहे है तब इसके निम्न फायदे हो सकता है–

• आज के समय में निवेश की शुरुआत करते है तब आप उन 95% लोगों से अलग हो जाते हैं जो कि शेयर मार्केट में निवेश नहीं करते है।
• यदि आप सही तरीके से रिसर्च तथा एनालिसिस करके शेयर बाजार में निवेश करते हैं तब आप आसानी से लंबी अवधि में बाकी सभी इन्वेस्ट ऑप्शन से बेस्ट रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
• आप इन्वेस्ट करते है तब छोटी अवधि में हाई रिटर्न्स की संभावना रहता है।
• आप जिस बिज़नेस या कंपनी में इन्वेस्ट करते है उसकी हिस्सेदारी मिल जाती है।
• आप कंपनी का शेयर लेते है तब आप डिविडेंड और बोनस की प्राप्ति के लिए एंटाइटल हो जाते है।
• आज के समय में न्यूनतम निवेश की कोई बाध्यता नहीं होता है।
• आप कंपनी के शेयर खरीदते है तब आपको वोट करने का अधिकार मिल जाता है।
• भविष्य में हाई लिक्विडिटी की संभावना बढ़ जाता है।
• आज के समय में सुरक्षित निवेश वातावरण मिलता है, ऐसे में निवेश करते है तब आपको घाटा होने की संभावना कम होती है।

शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने के नुकसान

• इन्वेस्ट करते है तब पैसे में स्थिरता का आभाव होता है, क्योंकि शेयर अप एंड डाउन होते रहता है।
• इन्वेस्ट करते है तब यह हाई रिस्क होता है, क्योंकि कब कोई कंपनी डूब जाए इसकी गारंटी नहीं होता है।
• हम कभी कभी लालच में आकर भावनापूर्ण निर्णय ले लेते है जो हमे डूबा देता है।
• स्टॉक ब्रोकर को ब्रोकरेज देना पड़ता है।
• शेयर बाजार में पैसे फंस जाता है, और एक निश्चित रिटर्न की संभावना नही होता है।
• शेयर बाजार कभी भी लेप्स हो सकता है, ऐसे में भविष्य में आप कंगाल हो सकते है।

शेयर मार्केट होलिडे कब होता है?

शेयर मार्केट मे ट्रेडिंग करने के लिए अभी तक 24 घंटे स्टॉक ट्रेडिंग सिस्टम नहीं है। शेयर बाजार के लिए सामान्य ट्रेडिंग समय सोमवार से शुक्रवार सुबह 9:15 बजे से दोपहर 03:30 बजे के बीच ही होता हैं। शनिवार और रविवार को ट्रेडिंग सिस्टम बंद रहता हैं।

What Are Share Trading Holidays

साप्ताहिक और नॉन-बिज़नेस दिनों के अलावा, ट्रेडिंग सिस्टम बंद नहीं होता है। इसके लिए आप NSE (National Stock Exchange) या BSE (Bombay Stock Exchange) की वेबसाइट पर स्टॉक ट्रेडिंग हॉलीडे चेक कर सकते हैं।

स्टॉक और इक्विटि में क्या अंतर है?

दरअसल स्टॉक और इक्विटी में कोई अंतर नहीं है। आमतौर पर इन दोनो शब्दों का इस्तेमाल शेयरों के लिए किया जाता है। स्टॉक और इक्विटी सिर्फ एक दूसरे की पर्यायवाची शब्द हैं। इक्विटी शेयर ट्रेडिंग ऑनलाइन इक्विटी ट्रेडिंग सिस्टम के माध्यम से की जाती हैं।

भारत में कितने शेयर बाजार हैं?

भारत मे BSE और NSE केवल दो राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज हैं, जहां पर शेयर खरीदे और बेचें है। BSE एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है। BSE 2.1 ट्रिलियन डॉलर के बाजार पूंजीकरण के साथ दुनिया का 10वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज भी हैं।

क्या शेयर मार्केट जुआ है?

जी नहीं, शेयर बाजार जुआ नही है। कंपनियां अपने प्रोडक्टस को नया करने और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए दूसरों के साथ मिलकर नया बदलाव लाती हैं, इस प्रकार उनके स्टॉक की कीमतों में वृद्धि होती है जिसके बदले में शेयरधारकों को अधिक मुनाफा होता है, इसलिए, शेयर बाज़ार जुआ नहीं हैं।

निष्कर्ष:

दोस्तों मुझे उम्मीद है की आपको ये ब्लॉग, शेयर मार्केट या स्टॉक मार्केट क्या है (What is Share Market in Hindi) पढ़कर पसंद आया होगा। जिसमे आज हमने जाना, Stock Market kya hota hai, शेयर मार्केट कैसे सीखें, इसमे कैसे इन्वेस्ट करें, शेयर मार्केट के फायदे और नुकसान आदि, इससे संबधित काफी चीजों के बारे मे जानकारी प्राप्त की। यदि आप शेयर मार्केट को जानने की दिलचस्पी रखते हैं और इसके बारे में सीखते रहते हैं तो आप भी शेयर बाजार से अच्छे पैसे कमा सकते हैं।

अगर आपको ये पोस्ट शेयर मार्किट की जानकारी (What is Stock Market in Hindi) पसंद आई हो या कुछ जानने व सीखने को मिला हो तो हमे कमेंट करके जरूर बताये, आपके सलाह व सुझावों का भी स्वागत रहेगा। इस पोस्ट को Social मीडिया नेटवर्क पर और आपने दोस्तो के साथ जरूर साझा करें। आप हमें अधिक जानकारी के लिए Facebook, Insta, LinkedIn व Twitter जैसे सोशल मीडिया नेटवर्क पर फॉलो भी कर सकते है, धन्यवाद!

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